- by Vinita Kohli
- Jan, 01, 2025 04:21
Haryana Health Update : हरियाणा के गुरुग्राम में मंगलवार को कोरोना वायरस के 2 नए केस मिले हैं। दोनों मरीजों को घर पर ही आइसोलेशन में रखा गया है। गुरुग्राम में अब मरीजों की संख्या 8 हो गई है। वहीं प्रदेश में ये संख्या बढ़कर 15 पर पहुंच गई है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार दोनों मरीज पूरी तरह वैक्सीनेटेड हैं और इनकी हाल ही में कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है। केस बढ़ने के बाद मास्क और सैनिटाइजेशन को लेकर विभाग ने नई एडवाइजरी जारी की है। उधर, पंजाब के फिरोजपुर में पिता से मिलने गया अंबाला का युवक कोरोना पॉजिटिव मिला है। तबीयत बिगड़ने पर उसने टेस्ट कराया था।
गुरुग्राम में वैक्सीनेटेड 2 व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव
गुरुग्राम के डिप्टी सीएमओ डॉ. जेपी रजलीवाल ने बताया कि सेक्टर 24 का 50 वर्षीय व्यक्ति कोविड पॉजिटिव पाया गया। मरीज की स्थिति स्थिर है और वे घर पर आइसोलेशन में है। स्वास्थ्य अधिकारी संक्रमण के सोर्स की जांच कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि दूसरा मरीज सेक्टर 48 में मिला है। यहां 40 वर्षीय व्यक्ति की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव मिली है। उसकी भी कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है और लक्षण हल्के हैं। वे घर पर निगरानी में है।
अंबाला से फिरोजपुर गए युवक को कोरोना हुआ
पंजाब के फिरोजपुर में मंगलवार को युवक कोरोना संक्रमित मिला। युवक अंबाला का रहने वाला है। वह गुरुग्राम की एक निजी कंपनी में कार्यरत है। वह अपने पिता से मिलने फिरोजपुर आया था। उसके पिता रेलवे में कार्यरत हैं। फिरोजपुर पहुंचने के बाद युवक की तबीयत खराब हो गई। स्वास्थ्य विभाग ने उसका टेस्ट कराया। मंगलवार को रिपोर्ट पॉजिटिव मिली। युवक को होम आइसोलेशन में रखा है। उसका इलाज जारी है।
स्वास्थ्य विभाग ने नई एडवाइजरी जारी की
गुरुग्राम में नए मामले मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने नई एडवाइजरी जारी की है, जिसके तहत लोगों से मास्क और सैनिटाइजेशन जैसे नियमों का पालन करने की अपील की है। दोनों मामलों की जांच जारी है ताकि यह समझा जा सके कि वायरस कैसे फैला।
प्राइवेट अस्पतालों में फ्लू कॉर्नर और फ्लू OPD अलग से बनाने के निर्देश
कोरोना को लेकर CMO अलका सिंह ने प्राइवेट हॉस्पिटल और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) के साथ मीटिंग की, जिसमें 4 फैसले लिए गए। CMO ने सभी प्राइवेट अस्पतालों में फ्लू कॉर्नर और फ्लू ओपीडी अलग से बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ILI/SARI मामलों की स्क्रीनिंग की जाए। मेडिकल और पैरामेडिकल स्टाफ को कोविड नियमों का प्रशिक्षण दिया जाए। इसके साथ सभी प्रोटोकॉल प्रयोग में लाए जाए