- by Super Admin
- Jun, 10, 2024 02:30
चंडीगढ़: पंजाब के 7 जिले, पठानकोट, गुरदासपुर, अमृतसर, तरनतारन, फाजिल्का, कपूरथला का सुल्तानपुर लोधी और होशियारपुर बाढ़ की चपेट में हैं। यहां के 250 से ज्यादा गांवों में 5 से 15 फीट तक पानी भरा हुआ है। इन गांवों में लोग फंसे हुए हैं। लोगों ने घरों की छत पर सामान समेत डेरा जमा रखा है। इसे देखते हुए आर्मी लगातार उन्हें हेलिकॉप्टर से रेस्क्यू कर रही है। बाहर निकालने तक उन्हें ड्रोन से राशन पहुंचाया जा रहा है। वहीं शुक्रवार सुबह चंडीगढ़ स्थित सुखना लेक के फ्लड गेट भी खोल दिए गए हैं, जिससे घग्गर का जलस्तर बढ़ गया है। इससे मोहाली के डेराबस्सी, पटियाला और संगरूर में बाढ़ आ सकती है। वहीं, भाखड़ा के भी चार गेटों से सतलुज में पानी छोड़ा जा रहा है। सतलुज नदी का पानी ओवरफ्लो हुआ तो रोपड़, नवांशहर, जालंधर, लुधियाना, फिरोजपुर, तरनतारन, फाजिल्का में बाढ़ का संकट हो सकता है।
इन जगहों पर सतलुज सीधे या उससे नहरें निकलकर जाती हैं। हालात बिगड़ते देख मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अधिकारियों और मंत्रियों की इमरजेंसी मीटिंग बुला ली है। जिसमें मंत्रियों के हाल ही में किए दौरे की रिपोर्ट ली जाएगी। बारिश के बीच बरनाला के गुरुनानकपुरा मोहल्ले में शुक्रवार सुबह छत गिर गई। जिससे लखविंदर सिंह नाम के व्यक्ति की मौत हो गई जबकि उसकी पत्नी सुक्खी गंभीर रूप से घायल है। होशियारपुर के उड़मुड़ के गांव अब्दुल्लापुर के गुरुद्वारे से श्री गुरू ग्रंथ साहिब के पावन स्वरूप को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया। वहीं पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की मुख्यमंत्री मरियम नवाज ने बाढ़ग्रस्त गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब को साफ करने के आदेश जारी किए हैं। बाढ़ के कारण अब तक 6 लोगों की मौत हो चुकी है। 3 लोग मिसिंग हैं। पंजाब की सबसे बड़ी चिंता जम्मू-कश्मीर और हिमाचल में होने वाली बारिश है। जिसकी वजह से पानी का सीधा असर पंजाब में होगा।