- by Vinita Kohli
- Sep, 03, 2025 10:42
चंडीगढ़: पंजाब के रूपनगर जिला प्रशासन ने बुधवार को सतलुज नदी के पास रहने वाले स्थानीय लोगों को सतर्क रहने को कहा है, क्योंकि हिमाचल प्रदेश में भाखड़ा बांध के जलग्रहण क्षेत्र में भारी बारिश के बाद बांध से भारी मात्रा में पानी छोड़ा गया है। सुबह छह बजे भाखड़ा बांध का जलस्तर 1,677.84 फुट था, जबकि इसकी अधिकतम क्षमता 1,680 फुट है। बांध में 86,822 क्यूसेक पानी पहुंचा जबकि 65,042 क्यूसेक छोड़ा गया था। अधिकारियों ने बताया कि हिमाचल प्रदेश में भारी वर्षा को देखते हुए बांध से पानी की मात्रा 65,000 क्यूसेक से बढ़ाकर 75,000 क्यूसेक की जा रही है और नांगल क्षेत्र के गांव प्रभावित हो सकते हैं। उन्होंने बताया कि ये गांव हरसा बेला, बेला रामगढ़, बेला धियानी अपर, बेला धियानी लोअर, सेंसोवाल, एल्गरा, बेला शिव सिंह, भलान, भनम, सिंघपुरा, पलासी, तरफ मजारा और मजारी हैं। इसके अलावा, श्री आनंदपुर साहिब क्षेत्र के ग्रामीणों को सतर्क रहने और आवश्यकता पड़ने पर सुरक्षित स्थानों पर जाने को कहा गया है। अधिकारियों ने कहा कि ये गांव बुर्ज, चांदपुर बेला, गजपुर बेला, शाहपुर बेला, निक्कूवाल, अमरपुर बेला, लोधीपुर हैं।
अधिकारियों ने बताया कि प्रशासन ने प्रत्येक प्रभावित क्षेत्र में सुरक्षा शिविर स्थापित कर दिए हैं और सभी आवश्यक प्रबंध कर लिए गए हैं। पंजाब के शिक्षा मंत्री और आनंदपुर साहिब से विधायक हरजोत सिंह बैंस ने कहा कि रूपनगर जिले में भारी बारिश हुई, जिससे भाखड़ा बांध में पानी का भारी प्रवाह हुआ। एक वीडियो संदेश में उन्होंने सतलुज नदी के किनारे रहने वाले लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की। पटियाला जिला प्रशासन ने भी राजपुरा उप-मंडल में घग्गर नदी के जलग्रहण क्षेत्रों में भारी बारिश के मद्देनजर नदी के निकटवर्ती गांवों के निवासियों के लिए अलर्ट जारी किया है। एसएएस नगर (मोहाली) के जिला प्रशासन ने घग्गर नदी के किनारे रहने वालो लोगों को सतर्क रहने को कहा है। हिमाचल प्रदेश और जम्मू कश्मीर के जलग्रहण क्षेत्रों में भारी बारिश के बाद सतलुज, व्यास और रावी नदियों और नालों में आए उफान के कारण पंजाब में भीषण बाढ़ आ गई है। पंजाब में बारिश ने राज्य में बाढ़ की स्थिति और भी बदतर बना दी है। प्रकृति के प्रकोप से पूरा पंजाब प्रभावित हुआ है। इस बाढ़ में 30 लोगों की जान चली गई और 3.50 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं।