- by Vinita Kohli
- Jan, 08, 2025 05:48
प्रयागराज: उत्तर प्रदेश में प्रयागराज के गंगा नगर क्षेत्र में आज यानी सोमवार तड़के एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ जिसमें चार लोगों की मौत हो गई, जबकि तीन महिलाएं घायल हो गईं। हादसा सोरांव थाना क्षेत्र के अंतर्गत कानपुर-वाराणसी राजमार्ग पर स्थित बिगहिया गांव के सामने हुआ। यह जानकारी पुलिस उपायुक्त (गंगा नगर) कुलदीप गुनावत ने दी। घटना सुबह लगभग 4 बजे की है, जब सोरांव पुलिस को हादसे की सूचना मिली। तत्काल मौके पर पहुंची पुलिस ने घायलों को अस्पताल भिजवाया और मृतकों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
कैसे हुआ हादसा?
प्राथमिक जांच के अनुसार, बोलेरो वाहन के खराब हो जाने के कारण चालक ने उसे सड़क किनारे खड़ा कर दिया था। वाहन में सवार लोग रात गुजारने के लिए वहीं रुक गए। चार पुरुष बोलेरो के आगे जमीन पर सो गए, जबकि तीन महिलाएं गाड़ी के भीतर ही सो रही थीं।
इसी दौरान, एक तेज रफ्तार अज्ञात वाहन ने सड़क किनारे सो रहे चार लोगों को रौंद दिया, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। गाड़ी के भीतर सो रहीं तीन महिलाएं भी टक्कर की चपेट में आकर घायल हो गईं।
मृतकों की पहचान
हादसे में 60 वर्षीय प्रेम नारायण बाल-बाल बच गए। उन्हीं की मदद से मृतकों की पहचान की गई। मृतकों की पहचान सुरेश सैनी, सुरेश बाजपेयी, सुरेश बाजपेयी की पत्नी, रामसागर अवस्थी के तौर पर की गई है। सभी मृतक कानपुर के निवासी थे। उनके परिजनों को घटना की सूचना दे दी गई है। पुलिस ने बताया कि घायलों का उपचार जारी है और उनकी स्थिति फिलहाल स्थिर है।
जांच में जुटी पुलिस
पुलिस अज्ञात वाहन का पता लगाने के लिए सीसीटीवी फुटेज और स्थानीय चश्मदीदों से पूछताछ कर रही है। डीसीपी कुलदीप गुनावत ने कहा कि "हादसा अत्यंत दुखद है, हम दोषी वाहन और चालक की तलाश कर रहे हैं। जल्द ही पहचान कर कार्रवाई की जाएगी।"
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जताया शोक
इस बीच, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे का संज्ञान लेते हुए शोक-संतप्त परिजनों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट की है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि राहत और बचाव कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही न हो और घायलों को हरसंभव चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाए।
यह हादसा एक बार फिर सड़क सुरक्षा और ट्रैफिक नियमों के पालन की गंभीर आवश्यकता की ओर इशारा करता है। मृतकों के परिवार के लिए यह अपूरणीय क्षति है, वहीं प्रशासन के सामने यह चुनौती है कि दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर न्याय सुनिश्चित किया जाए।