- by Vinita Kohli
- Jan, 02, 2025 05:50
चंडीगढ़ : क्राइम ब्रांच की एक बड़ी कामयाबी में, चंडीगढ़ पुलिस ने हैप्पी पासिया गिरोह से जुड़े दो आतंकियों को धर-दबोचा है। ये गिरोह भारत में गैंगस्टर और आतंकियों के जरिए विदेश से संचालित होकर आतंकी गतिविधियों को अंजाम दे रहा था। गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने सेक्टर 39 के मंडी इलाके में इनकी घेराबंदी की और इन्हें हथियारों व विस्फोटक के साथ पकड़ा। पुलिस को देखते ही आरोपियों ने पिस्टल तान दी, लेकिन पुलिस की सतर्कता से उन्हें काबू कर लिया गया। पकड़े गए आरोपियों की पहचान अमृतसर निवासी जॉबन जीत सिंह उर्फ बिल्ला (24) और गुरदासपुर निवासी सुमनदीप उर्फ सिम्मा (25) के रूप में हुई है। दोनों का आपराधिक रिकॉर्ड पहले से रहा है और वे कई मामलों में फरार चल रहे थे। जॉबन जीत सिंह को हैप्पी पासिया और मनु अगवान ने हरवंत उर्फ हैरी के जरिए गिरोह से जोड़ा था और 50 हजार रुपये भी दिए थे।
जॉबन जीत सिंह उर्फ बिल्ला कई गंभीर आपराधिक मामलों में वांछित है। उसके खिलाफ 7 अप्रैल 2025 को गुरदासपुर के किला लाल सिंह थाने में रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड हमले का मामला दर्ज है। इसके अलावा, वह अमृतसर के मजीठा रोड स्थित विशाल ज्वेलर्स पर फायरिंग की घटना में भी शामिल रहा है। इसके साथ ही, मजीठा रोड पर शराब ठेके पर सुमनदीप के साथ मिलकर फायरिंग करने के मामले में भी वह आरोपी है, जिसमें एक्सप्लोसिव्स एक्ट और आर्म्स एक्ट की धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है। इसके अलावा चोरी के दो मामलों में भी वह वांछित है। वहीं, सुमनदीप भी इसी शराब ठेके पर फायरिंग मामले में आरोपी है और उस पर पहले से भी दो आपराधिक मामले दर्ज हैं—सदर खरड़ और बटाला थाने में।
सोशल मीडिया के जरिए आतंकियों से संपर्क में थे आरोपी
पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी व्हाट्सऐप और स्नैपचैट के जरिए हरवंत उर्फ हैरी के माध्यम से हैप्पी पासिया, मनु अगवान और मलेशिया निवासी मनिंदर सिंह से लगातार संपर्क में थे। हथियार या पैसे की डिलीवरी से पहले मनु अगवान लोकेशन साझा करता था। एसपी इंटेलिजेंस मनजीत श्योराण और एसपी क्राइम जसबीर सिंह की अगुवाई में हुए इस ऑपरेशन ने एक बड़ी साजिश को नाकाम किया है। पुलिस अब आरोपियों से पूछताछ कर रही है ताकि उनके नेटवर्क, योजनाओं और बरामद हथियारों के स्रोत का पता चल सके। यह सफलता चंडीगढ़ पुलिस की सतर्कता और प्रतिबद्धता का परिचायक है, जो क्षेत्र में बढ़ते तनाव और असुरक्षा के माहौल के बीच नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में अहम भूमिका निभा रही है।
आरोपियों के पास से बरामद हुआ आईईडी और पिस्टल
छापेमारी के दौरान पुलिस ने आरोपियों से दो पिस्टल (.32 और .30 बोर) और नौ जिंदा कारतूस बरामद किए। इसके अलावा एक आईईडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) मिला, जिसमें दो सर्किट, सेल और रिमोट कंट्रोल भी शामिल था।