- by Vinita Kohli
- Jan, 02, 2025 05:50
चंडीगढ़: रेलवे पुलिस फोर्स (आरपीएफ) के महानिदेशक मनोज यादव ने चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास कार्य का निरीक्षण किया और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए। यादव ने स्टेशन की मौजूदा सुरक्षा व्यवस्था को यात्रियों की बढ़ती संख्या के लिहाज से अपर्याप्त बताया। बता दें कि रोजाना करीब 37 हजार यात्री इस स्टेशन से सफर करते हैं। निरीक्षण के दौरान यादव ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि स्टेशन परिसर में एक्स-रे बैगेज स्कैनर मशीनें, डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर्स, और संवेदनशील स्थलों पर अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं ताकि सुरक्षा को और पुख्ता किया जा सके। रेल लैंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (आरएलडीए) के अधिकारियों ने यादव को पुनर्विकास परियोजना की विस्तृत जानकारी दी।
इस पर यादव ने सुझाव दिया कि स्टेशन पर एक पैसेंजर होल्डिंग एरिया बनाया जाए, जहां यात्री ट्रेन के आगमन से पहले इंतजार कर सकें। उन्होंने चीन की रेलवे प्रणाली का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां प्लेटफॉर्म के गेट ट्रेन के आगमन से सिर्फ 10 मिनट पहले खोले जाते हैं, जिससे अव्यवस्था और भीड़-भाड़ को रोका जा सकता है। यादव ने स्टेशन पर एंट्री और एग्जिट के लिए अलग-अलग मार्ग बनाने का भी सुझाव दिया, ताकि यात्री यातायात और भी व्यवस्थित हो सके। करीब 462 करोड़ रुपये की लागत से चल रहे इस पुनर्विकास कार्य को अक्टूबर 2025 तक पूरा किए जाने की योजना है। अधिकारियों ने भरोसा दिलाया कि कार्य तय समयसीमा में पूरा किया जाएगा और चंडीगढ़ स्टेशन को आधुनिक सुविधाओं और उन्नत सुरक्षा प्रणाली से लैस किया जाएगा। स्टेशन के कायाकल्प के बाद यात्रियों को न सिर्फ बेहतर सुविधाएं मिलेंगी बल्कि उनकी सुरक्षा भी सुनिश्चित की जाएगी।