- by Vinita Kohli
- Jan, 02, 2025 05:50
चंडीगढ़ : देश में टाइफाइड के तेजी से बढ़ते मामलों पर काबू के लिए केंद्र सरकार विशेष टाइफाइड सर्विलांस सेंटर शुरू करने वाला है। इसके लिए चंडीगढ़ को चुना गया है। क्योंकि टीकाकरण अभियान के सर्विलांस परिणाम में चंडीगढ़ पूरे देशभर में अव्वल रहा है। इस कारण ही टाइफाइड सर्विलांस सेंटर बनाने के लिए चंडीगढ़ को चुना गया है। केंद्र सरकार के इस पायलट प्रोजेक्ट के अंतर्गत चंडीगढ़ में टाइफाइड सर्विलांस सेंटर बनाकर, यहां के केंद्रों से प्राप्त संक्रमितों के नमूनों की पीजीआई में जांच करवाई जाएगी। जिससे पता चल सके कि टाइफाइड का कौन सा स्ट्रेन सबसे ज्यादा फैल रहा है। जानकारी के मुताबिक स्वास्थ्य विभाग के अनुसार इस पायलट प्रोजेक्ट के अंतर्गत टाइफाइड सर्विलांस सेंटर के रिसर्च के आधार पर सरकार टाइफाइड के केस पर काबू के लिए इसके टीके को राष्ट्रीय टीकाकरण अभियान में शामिल करेगी। इसके बाद अन्य रूटिंग टीके की तरह बच्चों को टाइफाइड का टीका भी सरकारी अस्पतालों व स्वास्थ्य केंद्रों में निशुल्क लगाया जाएगा। ऐसा करके देश में टाइफाइड के बढ़ते संक्रमण पर काबू संबंधी महत्वपूर्ण निर्णय लिया जाएगा। हाल ही में जारी एचएमआईएस की रिपोर्ट के अनुसार मणिपुर, नागालैंड और बिहार के बाद तेलंगाना देश वो राज्य हैं, जहां 25 फीसदी से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं।
चंडीगढ़ में यहां बनेंगे सात सेंटर
प्रोजेक्ट के अंतर्गत चंडीगढ़ में पीजीआई, जीएमसीएच-32, जीएमएसएच 16 व तीनों सिविल अस्पताल के साथ ही एक निजी अस्पताल को इसके सेंटर के लिए चुना गया है। इन सभी सेंटर पर 6 महीने से 15 साल तक के संक्रमित बच्चों के जांच के नमूने लिए जाएंगे, जिसका पीजीआई के लैब में कल्चर किया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार टाइफाइड के लिए किए जाने वाले विडाल टेस्ट की विश्वसनीयता कल्चर टेस्ट की तुलना में काफी पीछे है। इसलिए पीजीआई की लैब में इसका कल्चर किया जाएगा, जिसमें संक्रमण का स्ट्रेन चेक होगा। इसकी रिपोर्ट तैयार कर केंद्र सरकार को भेजी जाएगी, जिसके आधार पर अगली गाइडलाइन तय होगी।
टाइफाइड क्या है
टाइफाइड एक जीवाणु संक्रमण बीमारी है जो साल्मोनेला बैक्टीरिया के कारण होता है। यह बीमारी पाचन तंत्र और ब्लडस्ट्रीम में बैक्टीरिया के इंफेक्शन के कारण होता है। यह बैक्टीरिया शरीर में मुंह के जरिए प्रवेश करते हैं। टाइफाइड से संक्रमित किसी व्यक्ति के निकट संपवी में रहने से टाइफाइड होने का खतरा हो सकता है। टाइफाइड बुखार सामान्य तौर पर बरसात के दिनों में ज्यादा फैलता है। टाइफाइड एक जीवाणु एक जीवाणु संक्रमण है, इसलिए यह कई अंगों को प्रभावित करता है। इसमें लिवर, स्प्लीन, मांसपेशियों, फेफड़े और किडनी प्रभावित होने का खतरा रहता है।