- by Vinita Kohli
- Jul, 09, 2025 07:00
राजकोट: आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को आरोप लगाया कि इंडिगो सेवाओं में बड़े पैमाने पर व्यवधान में केंद्र सरकार की मिलीभगत प्रतीत होती है और इस पूरे प्रकरण से एक ‘बड़े घोटाले’ की बू आ रही है। केजरीवाल ने प्रेसवार्ता में कहा, ‘‘इंडिगो प्रकरण और हवाई अड्डों पर अफरा-तफरी मची, जिससे हजारों लोग प्रभावित हुए... पूरी दुनिया भारत को देख रही है। यह 21वीं सदी का भारत है और इसे आधुनिक भारत माना जाता है लेकिन हम अपनी एयरलाइन भी नहीं चला पा रहे हैं।’’ बाजार में 65 प्रतिशत से अधिक हिस्से वाली विमानन कंपनी इंडिगो ने दो दिसंबर से 4,000 से अधिक उड़ानें रद्द की हैं, जिससे हजारों यात्री फंस गए और उनकी छुट्टियों की योजनाएं, महत्वपूर्ण बैठकें और शादियों जैसे बड़े आयोजन बाधित हो गए।
केजरीवाल ने कहा,‘‘कुछ तो गंभीर रूप से गड़बड़ है। या तो भारत सरकार अक्षम है या उसे सरकार चलाना नहीं आता अथवा फिर वह इसमें शामिल हैं। मुझे लगता है कि दूसरी बात ज़्यादा संभावित है - वह इसमें शामिल है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘उसने जो जांच समिति गठित की है, उसके माध्यम से वह हमें बस बेवकूफ बना रही है। यह एक बहुत बड़ा घोटाला है।’’ उड़ानों के रद्द होने और व्यवधानों के बीच, विमानन नियामक डीजीसीए ने इंडिगो को सर्दियों के दौरान उच्च क्षमता वाले मार्गों पर अपनी नियोजित उड़ानों में पांच प्रतिशत की कमी करने का आदेश दिया है। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने आठ दिसंबर के आदेश में इंडिगो को बुधवार तक संशोधित कार्यक्रम प्रस्तुत करने को कहा है। डीजीसीए ने इंडिगो के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और मुख्य परिचालन अधिकारी को व्यवधानों के बारे में स्पष्टीकरण देने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया था। उसने खामियों की जांच के लिए चार सदस्यीय समिति गठित की है।