- by Vinita Kohli
- Jan, 01, 2025 04:21
चंडीगढ़ : हरियाणा कांग्रेस ने निकाय चुनाव के बीच बागी नेताओं पर कार्रवाई शुरू कर दी है। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष उदयभान ने 7 नेताओं को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। इसमें गुरुग्राम, करनाल, यमुनानगर के 2-2 और हिसार से एक नेता शामिल है। इन करनाल से सीएम नायब सैनी के खिलाफ चुनाव लड़ चुके त्रिलोचन सिंह और अशोक खुराना शामिल हैं। वहीं यमुनानगर से कांग्रेस कमेटी के नॉर्थ जोन के प्रभारी प्रदीप चौधरी व मधु चौधरी, हिसार से कैंडिडेट रहे रामनिवास राड़ा और गुरुग्राम से हरविंद्र लवली और रामकिशन सैन पर कार्रवाई की गई है। इन नेताओं को पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित किया गया है। करनाल और हिसार में नेता टिकट न मिलने पर बागी हो गए थे। वहीं गुरुग्राम में नेता ने नामांकन ही वापस ले लिया था।
राड़ा 24 घंटे पहले BJP में शामिल हुए थे
हिसार से रामनिवास राड़ा 24 घंटे पहले बुधवार (19 फरवरी) को कांग्रेस छोड़कर BJP में शामिल हुए थे। राड़ा ने पार्टी छोड़ने को लेकर किसी तरह का ऐलान या नोटिस नहीं दिया था। राड़ा ने हिसार से 2 बार कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ा था और वह कुमारी सैलजा के करीबी माने जाते थे। राड़ा ने कांग्रेस की गुटबाजी से परेशान होकर पार्टी छोड़ी थी। राड़ा ने कांग्रेस से बागी होकर निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर अपना नामांकन दाखिल किया था। बाद में भाजपा में शामिल होकर नामांकन वापस ले लिया था।
त्रिलोचन सिंह मेयर उम्मीदवार नहीं बनाने से नाराज थे
करनाल के कांग्रेस के सीनियर नेता रहे त्रिलोचन सिंह मेयर पद की टिकट के प्रबल दावेदार थे। मगर टिकट कटने से नाराज होकर उन्होंने पार्टी छोड़ने का फैसला कर लिया था। कांग्रेस ने उनकी जगह मनोज वधवा को उम्मीदवार बनाया था। सरदार त्रिलोचन सिंह कांग्रेस के जिला संयोजक भी रहे हैं। इसके अलावा करनाल से केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर और सीएम नायब सैनी के खिलाफ चुनाव लड़ चुके हैं।
प्रदीप चौधरी ने लगाए थे टिकट बंटवारे में धांधली के आरोप
यमुनानगर के प्रदीप चौधरी को कांग्रेस ने नॉर्थ जोन का प्रभारी लगाया था। प्रदीप चौधरी टिकट घोषणा के बाद कांग्रेस के सीनियर नेताओं पर टिकट बटवारे में धांधली के आरोप लगाए थे। प्रदीप चौधरी ने कहा था उनको मेयर टिकट का आश्वासन दिया गया था मगर उनका टिकट काट कर किसी और को दे दिया गया।