Thursday, Sep 11, 2025

खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता राम भरोसे, खाद्य औषधि विभाग में 56 फीसदी कर्मियों की कमी


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चंडीगढ़ : प्रदेश में खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता राम भरोसे है। जी हां, त्योहारी सीजन से लेकर सामान्य दिनों में मिलावटी खाद्य पदार्थ धड़ल्ले से बिक रहे हैं। इन नकली व मिलावटी खाद्य पदार्थों से केवल आमजन की सेहत बिगाड़ रही है, बल्कि प्रयोगशाला में भेजे जाने वाले सैंपलों को जांचने के लिए भी कोई पुख्ता इंतजाम नहीं हैं। खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता को जांचने के लिए खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग विशेषज्ञों की कमी से जूझ रहा है। विभाग में न तो पर्याप्त स्टाफ है और न जांच व निगरानी के लिए अधिकारी हैं। स्थिति ये है कि प्रदेश के 22 जिलों में से मात्र सात जिलों में ही जिला खाद्य अधिकारी हैं और सभी के पास दो से तीन तीन जिलों के चार्ज है। विभाग में 56 फीसदी पद खाली पड़े हैं, जिसके चलते विभाग के समक्ष खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता जांचना चुनौती बनी हुई है। अभी हाल ही हरियाणा विधानसभा के शीतकालीन सत्र में स्वास्थ्य सेवाओं से संबंधित कैग रिपोर्ट सदन पटल पर रखी गई। रिपोर्ट में चौकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग में 583 पद स्वीकृत हैं, जबकि इनमें से 326 पद खाली पड़े हैं, यानी 56 फीसदी पदों पर कर्मचारी नहीं हैं। सबसे ज्यादा खराब स्थिति ड्रग नियंत्रक अधिकारी और खाद्य सुरक्षा अधिकारी के पदों की हैं, इन पदों पर 80 फीसदी से ज्यादा कर्मियों की कमी है। अहम पहलू यह है कि विभाग में रीडर पद के लिए 23 पद स्वीकृत हैं और सभी पद खाली हैं। विभाग में कर्मियों की कमी को देखते हुए जनवरी 2024 में अनुबंध आधार 175 पदों पर नियुक्ति जरूर की गई, लेकिन ज्यादातर कर्मी लिपिक और मल्टीटास्किंग पदों के लिए नियुक्त किए गए।


 


26 ड्रग अधिकारियों की नियुक्ति नहीं चढ़ पाई सिरे

कैग रिपोर्ट में विभाग की ओर से तर्क दिया है कि दिसंबर 2022 और जनवरी 2023 के बीच 26 ड्रग नियंत्रण अधिकारियों के चयन को 2020 में अंतिम रूप दिया गया था, लेकिन नियुक्ति सिरे नहीं चढ़ पाई। इसके साथ ही वर्ष 2022 के दौरान केमिस्ट और लेबोरेटरी सहायक के पद के लिए मांग हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग को भेजी गई थी। खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग में रीडर का पद सरकार द्वारा 2018 में स्वीकृत किया गया था, लेकिन अभी तक सेवा नियमावली तैयार नहीं हो पाई। इसके साथ ही सहायक, उपाधीक्षक और नामित अधिाकरियों के पद पदोन्नति द्वारा भरे जाने थे, परंतु योग्य उम्मीदवार नहीं मिलने के कारण ये पद रिक्त हैं।

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Vinita Kohli

खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता राम भरोसे, खाद्य औषधि विभाग में 56 फीसदी कर्मियों की कमी

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