- by Tanya Chand
- Jan, 06, 2025 05:34
श्रीनगर : पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) ने शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर सरकार पर छात्रों को तिरंगा रैली में जबरन भेजने का आरोप लगाया और इसे "अस्वीकार्य" करार दिया। पार्टी ने कहा कि शिक्षा को " आरएसएस से संबद्ध एबीवीपी (अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद) के प्रचार का औजार बनाया जा रहा है।" पीडीपी नेता इल्तिजा मुफ्ती ने एक्स पर लिखा, जम्मू-कश्मीर के शिक्षा विभाग ने पुंछ में आरएसएस से जुड़े एबीवीपी (अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद) द्वारा आयोजित तिरंगा रैली में निजी और सरकारी स्कूलों के बच्चों को भाग लेने के लिए मजबूर किया। छात्रों को विचारधारात्मक आयोजनों में भेजना शिक्षा का दुरुपयोग है और यह अस्वीकार्य है। पीडीपी की अध्यक्ष और पूर्ववर्ती जम्मू कश्मीर राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा ने पुंछ के मुख्य शिक्षा अधिकारी के कथित आदेश का हवाला दिया, जिसमें स्कूल प्रमुखों को 40 से 50 छात्रों और दो शिक्षकों को रैली में भेजने का निर्देश दिया गया था। यह रैली बृहस्पतिवार को आयोजित की गई थी। पार्टी के एक अन्य नेता और पुलवामा से विधायक वहीद पारा ने भी इस कदम की आलोचना की। वहीद पारा ने कहा कि उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व वाली नेशनल कॉन्फ्रेंस सरकार ने अपने चुनावी वादों को छोड़ दिया है। इनमें अनुच्छेद 370 की बहाली, राजनीतिक कैदियों की रिहाई, आरक्षण को तर्कसंगत बनाना, मुफ्त बिजली और राशन, युवा रोजगार अधिनियम और पीएसए और एएफएसपीए कानूनों को हटाने का वादा शामिल था। उन्होंने कहा, सरकार का यू-टर्न और वादाखिलाफी जारी है।