- by Super Admin
- Jun, 10, 2024 02:30
चंडीगढ़: धान की खरीद उचित मूल्य व तरीके से न होने के कारण पंजाब किसान ने विरोध प्रदर्शन के लिए आज चंडीगढ़ स्थित सीएम हाउस का घेराव करने का फैसला लिया है। सेक्टर-35 में किसान अधिक संख्या में किसान भवन पहुंच गए हैं, जिसके बाद पुलिस ने किसान भवन का गेट बंद कर दिया और काफी संख्या वहां पर फोर्स तैनात कर दी। वहीं कुछ किसानों ने तो बैरिकेड भी तोड़ दिए हैं। किसानों का कहना है कि चंडीगढ़ किसानों की राजधानी है, यहां उन्हें कोई प्रदर्शन करने से नहीं रोक सकता है। जब तक यहां बैठकर रखना है तब तक संघर्ष जारी रहेगा। शांतिपूर्वक प्रदर्शन करने से कोई नहीं रोक सकता।
किसानों ने दी धमकी, दूध का सप्लाई होगा बंद
किसान आगे कहते हैं कि अगर हम कुछ गलत कर रहे हैं तो उनके खिलाफ पर्चा दर्ज कर दो। वहीं किसान ने धमकी भी दी है कि अगर उन्हें परेशान किया गया तो दूध व फसल की सप्लाई भी बंद हो सकती है। दूसरी ओर पुलिस ने किसान और सरकार की बातचीत कराने के लिए प्रयास शुरू कर दिया है। कुछ दिन पहले ही संयुक्त किसान मोर्चा और आढ़ती एसोसिएशन ने मीटिंग की थी, जिसमें संघर्ष की स्ट्रैटजी बनाई गई थी। इस मीटिंग में किसान ने ऐलान किया था अगर मंडियों में धान की खरीदी नहीं हुई तो वह सीएम आवास का घेराव करेंगे। इस ऐलान की वजह से किसान चंडीगढ़ की तरफ आ रहे थे, जिसके बाद पंजाब पुलिस ने उन्हें रोका और कुछ किसान नेताओं को हिरासत में लिया।
विरोध प्रदर्शन पर किसान नेता का बयान
पंजाब पुलिस द्वारा रोके जाने पर किसान नेता कहते हैं कि हमें चंडीगढ़ सीएम हाउस का घेराव करने का कोई शौक नहीं है। लेकिन मंडियों में किसानों को दिक्कत आ रही है। फसलों के ढेर लगे हुए हैं। ऐसे में उन्हें यह राह चुननी पड़ी है। पंजाब सरकार ने भी सुबह से कोशिशें शुरू कर दी थी किसानों के संघर्ष को टाला जाए। इसके लिए सरकार की तरफ से किसानों की सीएम भगवंत मान से कल शाम पांच बजे की मीटिंग करवाने का फैसला लिया गया था। लेकिन सीएम दिल्ली गए हुए हैं, क्योंकि उन्होंने पंजाब के टीचरों को ट्रेनिंग के लिए फिनलैंड वहां से रवाना करना था। जिसे नजरअंदाज करते हुए किसान अपनी मांग में अड़े हुए हैं। माना जा रहा है कि सीएम जैसी ही पंजाब आते हैं वह किसान से मुलाकात कर सकते हैं।