- by Vinita Kohli
- Nov, 01, 2025 04:35
चंडीगढ़: आम आदमी पार्टी (आप) चंडीगढ़ ने केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा पंजाब यूनिवर्सिटी की सीनेट को भंग करने के फैसले को शिक्षा और लोकतंत्र — दोनों पर सीधा हमला बताया है। इसी के विरोध में सोमवार शाम सेक्टर-17 स्थित नीलम थिएटर के बाहर आप चंडीगढ़ की ओर से कैंडल मार्च आयोजित किया गया। इस दौरान पार्टी पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं और नागरिकों ने शांतिपूर्वक प्रदर्शन करते हुए विश्वविद्यालय की स्वायत्तता बहाल करने की मांग की। कैंडल मार्च में ओमकार सिंह औलख (जनरल सेक्रेटरी), पी.पी. घई, पार्षद योगेश ढींगरा, सुमन, जसबीर सिंह लाडी, रामचंदर यादव, डॉ. जग्गा, देशराज सनवर, शकील मोहम्मद, एडवोकेट खुटचा, विक्रांत ए. तनवर (स्टेट मीडिया इंचार्ज) सहित आप के कई वरिष्ठ पदाधिकारी, पंजाब यूनिवर्सिटी छात्र विंग के प्रतिनिधि और नागरिक शामिल हुए।
आप चंडीगढ़ के अध्यक्ष विजयपाल सिंह ने कहा कि भाजपा सरकार सुनियोजित तरीके से लोकतांत्रिक संस्थाओं को कमजोर करने में लगी है। अब विश्वविद्यालय जैसे स्वायत्त शैक्षणिक संस्थानों पर भी सरकार अपना नियंत्रण स्थापित करना चाहती है। विजयपाल सिंह ने कहा कि भाजपा को जनता बताना चाहती है कि यूनिवर्सिटी किसी पार्टी का दफ्तर नहीं है, यह “ज्ञान, स्वतंत्र सोच और लोकतंत्र का मंदिर” है। उन्होंने घोषणा की कि आम आदमी पार्टी इस मुद्दे को सड़कों से लेकर संसद तक उठाएगी, ताकि शिक्षा संस्थानों की स्वायत्तता और लोकतांत्रिक परंपराएं सुरक्षित रह सकें।