- by Vinita Kohli
- Feb, 24, 2025 11:53
होशियारपुर: पंजाब में होशियारपुर के मुकेरियां उपमंडल के निवासी ब्यास नदी की सहायक नदी चक्की खड्ड के उफान के खतरे का सामना कर रहे हैं और उन्होंने अधिकारियों से शुक्रवार को आग्रह किया कि वे और अधिक नुकसान को रोकने के लिए तुरन्त दरारों को बंद करें। इन निवासियों की चिंताएं बढ़ गई हैं क्योंकि ब्यास नदी पर स्थित पौंग बांध में पानी का स्तर खतरे के निशान से ऊपर बना हुआ है। अधिकारियों के अनुसार, शुक्रवार सुबह बांध का जलस्तर 1,391.98 फुट दर्ज किया गया। गत 24 अगस्त को ब्यास नदी के तटबंधों में कई दरारें आने से होशियारपुर में निचले इलाके जलमग्न हो गए थे। मेहताबपुर गांव के सरपंच मनजिंदर सिंह ने कहा कि बाढ़ के पानी ने लगभग 2,200 एकड़ कृषि भूमि में खड़ी फसलों को नुकसान पहुंचाया है।
उन्होंने कहा कि शुक्रवार सुबह गांव में बाढ़ का पानी नहीं था, लेकिन ब्यास नदी में जलस्तर बढ़ने लगा, जिससे आशंका बढ़ गई कि यह दिन में बाद में गांव तक पहुंच सकता है। रविवार को मेहताबपुर के निकट धुस्सी बांध में आई दो दरारों का जिक्र करते हुए सिंह ने प्रशासन से आग्रह किया कि गांव और उसकी आबादी की सुरक्षा के लिए उन्हें जल्द से जल्द बंद किया जाए। टांडा और मुकेरियां उपमंडलों के कई गांवों की कृषि भूमि पिछले कई दिन से जलमग्न है। होशियारपुर की उपायुक्त आशिका जैन ने बृहस्पतिवार को टांडा और दसूहा उपमंडलों के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर राहत कार्यों की समीक्षा की और लोगों को आश्वासन दिया कि प्रशासन प्रभावित परिवारों को समय पर सहायता प्रदान करने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहा है। जैन ने कहा कि जिला प्रशासन के सभी विभाग राहत एवं बचाव कार्यों के लिए समन्वय से काम कर रहे हैं और उन्होंने प्रभावित परिवारों को आश्वासन दिया कि उन्हें हरसंभव सहायता प्रदान की जाएगी।