- by Super Admin
- Jul, 17, 2024 11:38
कैथल: हरियाणा की जनता लंबे समय से भाजपा सरकार की लूट, हेराफेरी और भ्रष्टाचार की गवाह रही है। अब कैग की ताजा रिपोर्ट ने इस काले कारनामे को पूरी तरह बेनकाब कर दिया है। ऊपर से नीचे तक की मिलीभगत से हरियाणा के सरकारी खजाने को हजारों करोड़ का चूना लगाया गया है। यह भाजपा सरकार का असली चेहरा है, जो हरियाणा के भविष्य को तबाह करने पर तुली है। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भाजपा सरकार व मुख्यमंत्री नायब सैनी पर हमला बोला।
रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कैग की रिपोर्ट से सनसनीखेज खुलासे किए
किसान भवन कैथल पर जनता की समस्याएं सुनते हुए रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि कैग की रिपोर्ट से सनसनीखेज खुलासे हुए जिसमें गेहूं खरीद और भंडारण में घोटाला हुआ। जिससे सरकारी खजाने को ₹232 करोड़ का नुकसान हुआ। साल 2017-2021 के बीच 79,967 मीट्रिक टन गेहूं भंडारण में सड़ा दिया गया, और निस्तारण के नाम पर बजट डकार लिया गया। उन्होंने कहा कि महिला श्रमिकों की योजना में हेराफेरी हुई। मुख्यमंत्री महिला निर्माण श्रमिक योजना में ₹5,100 की सहायता पुरुषों को बांट दी गई। आवेदनों की जांच में लापरवाही और हेराफेरी का खेल हुआ। श्रमिक कल्याण के लिए आवंटित दो-तिहाई राशि का उपयोग ही नहीं हुआ, लेकिन 577 अपात्रोंको लाभ दे दिया गया। खर्च में बेतहाशा गड़बड़ी हुई। कई सरकारी विभागों और उपक्रमों में बिना सक्षम अधिकारी की मंजूरी के सैकड़ों करोड़ रुपये का बंदरबांट किया गया। योजनाओं में देरी और मनमाने भुगतान से जनता के पैसे का भारी नुकसान।
सुरजेवाला ने भाजपा सरकार पर कचरा प्रबंधन में घपलेबाजी का आरोप लगाते हुए कहा कि साल 2017-2022 के बीच 103.58 लाख टन कचरे में से 64.86 लाख टन (63%) बिना निस्तारण के डंप साइटों पर फेंका गया। इससे प्रदूषण बढ़ा और सरकारी खजाने से दोबारा खर्च निकालने का खेल रचा गया। इसके साथ ही राजस्व को भारी चपत लगाई गई। 24,362 मामले लंबित छोड़कर 2.23 लाख करोड़ रुपये का राजस्व नुकसान हुआ। 1,500 करोड़ रुपये का खुला घोटाला हुआ। फिजूलखर्ची, नियमों की अनदेखी और अधूरे कामों से 75,000 करोड़ रुपये से अधिक की चपत लगाई गई।
रणदीप सुरजेवाला ने कहा, भाजपा शासन में हरियाणा के नौजवानों का भविष्य दांव पर
रणदीप सुरजेवाला ने भाजपा सरकार पर युवा विरोधी सरकार होने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि हरियाणा के नौजवानों का भविष्य दांव पर है। भाजपा ने अपने चुनावी जुमलापत्र में 2 लाख सरकारी नौकरियों का वादा किया था, लेकिन अब खुद स्वीकार किया है कि 4,25,000 सरकारी पद खाली पड़े हैं। पेपर लीक, रिजल्ट में देरी, और कोर्ट-कचहरी के चक्कर में नौजवानों की उम्र निकल रही है। हरियाणा कौशल रोजगार निगम (HKRN) के जरिए कम वेतन पर कच्ची नौकरियां थोपी जा रही हैं। नशाखोरी और संगठित अपराध के दलदल में फंसे हरियाणा के युवा और परिवार भारी कर्ज लेकर बच्चों को विदेश भेजने को मजबूर हैं, जो कई बार जानलेवा साबित हो रहा है।