- by Super Admin
- Jun, 29, 2024 01:24
World Food Day 2024: दुनिया में कई लोग ऐसे हैं जिन्हें रोजाना भर पेट खाना मिलता है। वहीं कई लोग ऐसे भी हैं जिन्हें कई दिनों तक खाना नहीं मिलता है, वह भूखे पेट सोते हैं। इसी जागरूकता को बढ़ाने के लिए दुनिया में हर साल 16 अक्टूबर के दिन वर्ल्ड फूड डे मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का मुख्य कारण दुनिया को भूखे और कुपोषण का शिकार लोगों के प्रति जागरूकता फैलाना है। हाल ही में ग्लोबल हंगर इंडेक्स (GHI) ने एक रिपोर्ट जारी की है जिसमें उन्होंने बताया है कि किस देश में भूखे लोग शामिल हैं। ऐसे में भारत 127 देशों में 105 वें नंबर पर आया है। वहीं रिपोर्ट यह भी कहती है कि भारत बच्चों में कुपोषण और बाल मृत्यु दर काफी ज्यादा है। आज हम आपको विश्व खाद्य दिवस का महत्व और उससे जुड़ी अन्य बातें बताएंगे। आइए फिर अपने विषय की और बढ़ते हैं।
विश्व खाद्य दिवस का महत्व
जैसे कि आप सभी जानते हैं कि भोजन जीवन का आधार है, इसके बिना कोई भी जीवित नहीं रह पाता है। भोजन के लिए लोग काफी मेहनत करते हैं। वहीं लाखों लोग रोजाना भूखे पेट सोकर अपना जीवन बीता रहे हैं। ऐसे में इस दिवस का महत्व काफी बढ़ जाता है। इस दिन का उद्देश्य दुनिया को याद दिलाना है कि भोजन सिर्फ एक जरूरत नहीं, बल्कि हर व्यक्ति का अधिकार है, ताकि लोग भोजन को बर्बाद ना करें।
कैसे हुई विश्व खाद्य दिवस की शुरुआत ?
1945 में, जब दुनिया युद्ध के घावों से उबर रही थी, तब एक नई उम्मीद जागी। रोम में खाद्य एवं कृषि संगठन (एफएओ) की स्थापना हुई। इस संगठन का जन्म इसलिए हुआ ताकि दुनिया में हर व्यक्ति के पास पर्याप्त भोजन हो सके। ऐसे में विश्व खाद्य दिवस की शुरुआत संयुक्त राष्ट्र खाद्य एवं कृषि संगठन (एफएओ) के 20वें महासम्मेलन में हुई थी। एफएओ ने 1981 से हर साल 16 अक्टूबर को विश्व खाद्य दिवस मनाने का निर्णय लिया।
वर्ल्ड फूड डे 2024 की थीम
विश्व खाद्य दिवस को हर साल नए थीम के साथ मनाया जाता है और इस वर्ष वर्ल्ड फूड डे की थीम " बेहतर जीवन और बेहतर भविष्य के लिए भोजन का अधिकार" है। इस थीम को रखने का मुख्य उद्देश्य यह है कि हर किसी को पौष्टिक भोजन मिलने का अधिकार है। इसके लिए हमें ऐसी खाद्य प्रणाली विकसित करनी होगी जो न सिर्फ लोगों को भोजन उपलब्ध कराए बल्कि यह भी सुनिश्चित करे कि यह प्रणाली टिकाऊ हो।