- by Vinita Kohli
- Feb, 09, 2025 10:03
मोहाली: पंजाब की संगीत दुनिया के एक चमकते सितारे, चरणजीत सिंह आहूजा का रविवार को निधन हो गया। 74 वर्षीय आहूजा पिछले काफी समय से कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे थे, उन्होंने मोहाली स्थित अपने निवास पर अंतिम सांस ली। उनके निधन से पंजाबी संगीत जगत में शोक की लहर दौड़ गई है। आज उनकी अंतिम यात्रा उनके मोहाली स्थित घर से निकली, जहां उन्हें अंतिम विदाई देने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। उनके चाहने वालों की आंखें नम थीं और माहौल गमगीन था। अंतिम संस्कार आज दोपहर 1 बजे बलौंगी के श्मशान घाट पर किया जाएगा। अंतिम दर्शन के लिए कई जाने-माने कलाकार भी पहुंचे। इनमें पंजाबी गायक हंसराज हंस, सतिंदर बुग्गा, सुखी बराड़, अलाप सिकंदर और मदन शौंकी जैसे नाम शामिल हैं। हर किसी ने नम आंखों से इस महान संगीतकार को श्रद्धांजलि दी और उनके संगीत के योगदान को याद किया।
चरणजीत आहूजा ने अपने लंबे करियर में पंजाबी संगीत को एक नई पहचान दी। उन्होंने कई मशहूर गानों के संगीत संयोजन में अपनी अहम भूमिका निभाई थी। उनके बनाए धुनों ने न केवल पंजाब, बल्कि पूरी दुनिया में पंजाबी संगीत प्रेमियों के दिलों को छुआ। आहूजा के परिवार में उनकी पत्नी और तीन बेटे हैं। उनके बड़े बेटे सचिन आहूजा खुद एक प्रसिद्ध संगीत निर्माता हैं और उनका अपना म्यूजिक स्टूडियो भी है। पिता की कला और समर्पण का प्रभाव सचिन की कला में भी साफ देखा जा सकता है। चरणजीत आहूजा के निधन पर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि "पंजाब ने आज एक महान संगीतकार खो दिया है, जिन्होंने पंजाबी संस्कृति को अपनी धुनों के ज़रिए जीवंत बनाए रखा।"
इसके अलावा, दिलजीत दोसांझ, निर्मल ऋषि, मास्टर सलीम समेत कई कलाकारों ने सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से आहूजा को श्रद्धांजलि दी और उनके निधन पर गहरा दुख जताया। उनकी संगीत विरासत आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी रहेगी। चरणजीत सिंह आहूजा भले ही अब हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी रचनाएं हमेशा उन्हें जीवित रखेंगी।