- by Vinita Kohli
- Apr, 21, 2025 11:34
फरीदकोट/पंजाब: बाबा फरीद यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज (बीएफयूएचएस), फरीदकोट के गुरु गोबिंद सिंह मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (जीजीएसएमसी) ने चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की है। कुलपति प्रो. (डॉ.) राजीव सूद के नेतृत्व में और पंजाब सरकार के सक्रिय सहयोग से, कॉलेज ने स्नातकोत्तर (एमडी/एमएस) सीटों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि की है। हाल ही में एमबीबीएस सीटों की संख्या 150 से बढ़ाकर 250 करने के बाद, अब शैक्षणिक सत्र 2025-26 से एमडी/एमएस सीटों में भी वृद्धि की गई है। जीजीएसएमसी ने इस सत्र के दौरान सामान्य चिकित्सा में 4, हड्डी रोग में 2, फोरेंसिक मेडिसिन में 4 और त्वचा विज्ञान में 2 सीटें बढ़ाई हैं। इसके ईलावा, कॉलेज ने नए स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम भी शुरू किए हैं। इनमें फैमिली मेडिसिन में 2, इमरजेंसी मेडिसिन में 2 और रेडियोडायग्नोसिस में 4 सीटें शामिल हैं। इससे पहले 2024-25 सत्र में स्त्री रोग और इम्यूनोहेमेटोलॉजी जैसे विषयों में 2-2 सीटें जोड़ी गई थीं।
कुल 43 सीटों की वृद्धि
इस वर्ष विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले सभी कॉलेजों में कुल 43 स्नातकोत्तर सीटें जोड़ी गई हैं। इनमें से 20 सीटें गुरु गोबिंद सिंह मेडिकल कॉलेज, फरीदकोट को, 15 सीटें सरकारी मेडिकल कॉलेज, अमृतसर साहिब को और 8 सीटें सरकारी मेडिकल कॉलेज, पटियाला को दी गई हैं।
स्वास्थ्य मंत्रियों का धन्यवाद और राष्ट्रीय स्तर पर उपलब्धियाँ
इस अवसर पर कुलपति प्रो. (डॉ.) राजीव सूद ने पंजाब के माननीय मुख्यमंत्री भगवंत मान और माननीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. बलबीर सिंह का हार्दिक आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि स्नातकोत्तर सीटों में वृद्धि पंजाब सरकार द्वारा राज्य के स्वास्थ्य और शिक्षा क्षेत्र को मज़बूत करने के दृढ़ संकल्प को दर्शाती है। इससे अधिक विशेषज्ञ डॉक्टर तैयार करने में मदद मिलेगी।
डॉ. राजीव सूद को एम्स रेवाड़ी में मिली अहम ज़िम्मेदारी
इसके अलावा, प्रो. (डॉ.) राजीव सूद ने राष्ट्रीय स्तर पर भी एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। उन्हें भारत सरकार द्वारा 2025 से 2030 तक की अवधि के लिए एम्स रेवाड़ी (हरियाणा) के 15 सदस्यीय संस्थागत निकाय में नामित किया गया है। आज एम्स नई दिल्ली में आयोजित पहली बैठक में, उन्हें एम्स रेवाड़ी की गवर्निंग काउंसिल के लिए चुना गया है और 2030 तक की अवधि के लिए एम्स रेवाड़ी के अध्यक्ष (अकादमिक) के रूप में भी नियुक्त किया गया है। उन्हें एम्स के लिए 250 संकाय सदस्यों की भर्ती हेतु गठित शीर्ष समिति में भी एक महत्वपूर्ण ज़िम्मेदारी दी गई है। बीएफयूएचएस, फरीदकोट अब पंजाब और देश में चिकित्सा शिक्षा, अनुसंधान और स्वास्थ्य सेवाओं का एक अग्रणी केंद्र बनने की ओर तेज़ी से बढ़ रहा है।