- by Vinita Kohli
- Jan, 04, 2025 05:27
हरियाणा : गणतंत्र दिवस के दिन रविवार को स्वतंत्रता सेनानी सरदार बाज सिंह का 104 साल की उम्र में निधन हो गया। वह लंबे समय से बीमार थे। हरियाणा में हिसार जिले में पड़ने वाले सपरा अस्पताल में उन्होंने आखिरी सांस ली। उनका अंतिम संस्कार आज बीड़ बबरान गांव में राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। सरदार बाज का परिवार मूल रूप से अमृतसर के सोहल गांव का रहने वाला है। सरदार बाज सिंह ने अंग्रेजों द्वारा जमींदारों पर लगाए गए एक रुपए प्रति एकड़ के टैक्स के खिलाफ लाहौर में प्रदर्शन किया था और टैक्स को रद्द करवाया था।
हिसार में 12 एकड़ जमीन मिली थी
बाज सिंह के बेटे कुलबीर सोहल ने बताया कि संयुक्त पंजाब के मुख्यमंत्री प्रताप सिंह कैरों ने उनके पिता बाज सिंह को हिसार के बीड़ बबरान गांव में 12 एकड़ जमीन दी थी। शहीद भगत सिंह के परिवार को भी गांव बीड़ बबरान में जमीन मिली थी, लेकिन अब वे जमीन बेचकर चले गए हैं। उनके पिता की तरह उनके दादा भी स्वतंत्रता सेनानी थे। दादा खेम सिंह ने आजादी की लड़ाई लड़ी थी। दादा खेम सिंह बब्बर लहर से लड़े थे। देश को आजाद कराया था। दादा ने अमृतसर के अंदर पहला तिरंगा फहराया था।