- by Super Admin
- Jun, 29, 2024 01:24
नाग पंचमी, धर्म डेस्क: हिंदु धर्म में नाग पंचमी का एक अलग ही महत्व है। सावन माह में पड़ने वाला यह पर्व आज यानी 9 अगस्त को मनाया जा रहा है। इन दिन नाग देवता की पूजा की जाती है। बता दें कि नाग पंचमी हमेशा शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि मनाई जाती है। इस दिन विशेष रूप से सात नागों की पूजा होती है। हर कोई इन 7 नागों के बारे में नहीं जानता है। अगर आप भी उनमें से एक है तो यह लेख आप जरूर पढ़े। इस लेख में आज हम 7 नागों के बारे में बताएंगे जिनकी पूजा नाग पंचमी के दिन होती है। जो भी इन 7 नागों की पूजा करता है उसे शुभ फलों की प्राप्ति होती है और सर्प भय से मुक्ति मिलती है।
नाग पंचमी के 7 नाग देवता
शेषनाग: हर किसी ने नाग देवता शेषनाग के बारे में सुना तो होगा। यह पाताल लोक के राजा कहलाते हैं। हिंदू धर्म में ऐसी मान्यता है कि इन्हीं के फन में धरती टिकी हुई है। वैसे शेषनाग भगवान विष्णु के सेवक हैं जिनकी पूजा नाग पंचमी में विशेष रूप से की जाती है।
वासुकि: वासुकि भगवान शिव के सेवक हैं जो उनके साथ हमेशा गले में रहते हैं। माना जाता है कि समुद्र मंथन के दौरान वासुकि ही नेती यानी रस्सी बने थे। नाग पंचमी के दिन वासुकि की पूजा अर्चना होती है और इनकी पूजा करने से हर मनोकामना पूर्ण होती है।
तक्षक: तक्षक नाग देवता की पूजा नाग पंचमी के दिन काफी अहम मानी जाती है। जो कोई इनकी पूजा आज के दिन करें उसकी हर इच्छा पूरी होती है। महाभारत काल के समय शमीक मुनि के शाप के कारण तक्षक नाग देवता ने राजा परीक्षित को डस लिया था। जिसके बाद परीक्षित के पुत्र ने सभी नाग को नष्ट करने के लिए यज्ञ किया। ब्रह्माजी के वरदान के कारण आस्तिक मुनि ने इस यज्ञ को रोककर सभी नागों को बचाया। इस वजह से नाग पंचमी का पर्व मनाया जाता है।
कर्कोटक: कर्कोटक नाग देवता का पूरा नाम नागराज कर्कोटक है। यह एक शिव गण थे, जिन्होंने नागों को बचाने और यज्ञ को समाप्त करने के लिए शिवजी की स्तुति थी। नाग पंचमी के दिन इनकी पूजा खासतौर पर की जाती है यह एक परंपरा है।
पद्म: असम के नागवंशी कहे जाने वाले पद्म नाग देवता की पूजा हमेशा नाग पंचमी के दिन होती है। ऐसी मान्यता है कि पद्म नागों के गोमती नदी के पास के नेमिश क्षेत्र पर शासन करते थे। जिसके बाद वह मणिपुर बस गए।
कुलिक: कुलिक सभी नाग देवता में से एक है जिनकी पूजा के बिना नाग पंचमी का कोई महत्व नहीं हैं। ऐसी मान्यता है कि कुलिक नाग देवता को ब्राह्मण कुल का माना गया है, इनका खास संबंध ब्रह्मा जी से है।
शंख: शंख नाग देवता सभी नाग देवातों में सबसे बुद्धिमान है। इनकी चर्तुथा सबको हैरान कर देती है। माना जाता है कि नाग पंचमी में शंख की पूजा करने से बुद्धि तेज होती है और व्यक्ति की हर मनोकामना पूरी होती है।