- by Vinita Kohli
- Dec, 08, 2025 09:35
मथुरा: उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में यमुना एक्सप्रेस-वे पर आज यानी मंगलवार को तड़के घने कोहरे के कारण भीषण सड़क हादसा हो गया। थाना बलदेव क्षेत्र के अंतर्गत माइलस्टोन 127 के पास तेज रफ्तार वाहनों की आपस में भिड़ंत हो गई, जिसमें 8 बसें और 3 कारें शामिल थीं। टक्कर इतनी भीषण थी कि कई वाहन मौके पर ही आग की चपेट में आ गए। इस दर्दनाक हादसे में अब तक 13 लोगों की जलकर मौत हो चुकी है, जबकि 66 लोग गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं। आशंका जताई जा रही है कि मृतकों की संख्या और बढ़ सकती है, क्योंकि जली हुई बसों से कटे हुए अंग बरामद हुए हैं। पुलिस के अनुसार, हादसे के बाद मौके से 17 पॉलिथीन बैग में मानव अंग एकत्र किए गए हैं, जिनकी पहचान डीएनए टेस्ट के जरिए की जाएगी। टक्कर के बाद आग इतनी तेजी से फैली कि यात्रियों को बाहर निकलने का मौका तक नहीं मिला। कई लोग जलती बसों के शीशे तोड़कर बाहर कूदे, लेकिन तब तक आग विकराल रूप ले चुकी थी।
हादसे की सूचना सबसे पहले एक राहगीर ने पुलिस को फोन कर दी। सूचना मिलते ही पुलिस, फायर ब्रिगेड और SDRF की टीमें मौके पर पहुंचीं। कुल 9 थानों की पुलिस और लगभग 50 जवानों ने करीब 6 घंटे तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन को अंजाम दिया। आग पर काबू पाने और घायलों को बाहर निकालने के लिए भारी मशक्कत करनी पड़ी। प्रत्यक्षदर्शी भगवान दास ने बताया कि टक्कर के बाद जोरदार धमाका हुआ, ऐसा लगा मानो बम फट गया हो। कुछ ही मिनटों में बसें आग की लपटों में घिर गईं और देखते ही देखते जलकर राख हो गईं। पुलिस के पहुंचने से पहले आसपास के लोग भी बचाव कार्य में जुट गए थे। रेस्क्यू के दौरान बसों से 8–9 शव निकाले गए, जबकि कई शव इतनी बुरी तरह झुलस चुके थे कि उन्हें खरोच-खरोच कर उठाना पड़ा।
घायलों को तत्काल 20 एम्बुलेंस के जरिए मथुरा जिला अस्पताल और वृंदावन संयुक्त जिला अस्पताल भेजा गया। हालत गंभीर होने पर कई घायलों को आगरा मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है। हादसे के चलते यमुना एक्सप्रेस-वे पर लगभग 3 किलोमीटर लंबा जाम लग गया, जिसे कड़ी मशक्कत के बाद खुलवाया जा सका। घटना की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए हैं। जांच की जिम्मेदारी एडीएम प्रशासन अमरेश को सौंपी गई है। वहीं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है और घायलों के समुचित इलाज के निर्देश दिए हैं।
कैसे हुआयह दर्दनाक सड़क हादसा
एक्सप्रेस-वे पर घना कोहरा था। माइलस्टोन 127 पर अचानक स्पीलर बस के सामने धुंध आ गई। इसके चलते ड्राइवर ने ब्रेक मारकर स्पीड धीमी की। इसके बाद पीछे चल रही 6 बसें और 4 कारें आकर भिड़ गईं। टक्कर से एसी बस में आग लग गई। लोगों को भागने तक का मौका नहीं मिला।
हादसे की मजिस्ट्रेट जांच कराई जाएगी, ADM प्रशासन अमरेश जांच करेंगे
SSP श्लोक कुमार ने बताया- मौके से कुछ डेडबॉडी मिलीं, जिन्हें पोस्टमॉर्टम हाउस लाया गया। जो मलबा और शवों के अवशेष मिले, उन्हें मोर्चरी लाया गया। यहां डॉक्टरों की जांच में 13 लोगों की डेडबॉडी होने की पुष्टि हुई है। इसमें से 3 डेडबॉडी की पहचान आजमगढ़ निवासी रामपाल, गोंडा निवासी सुल्तान, प्रयागराज के मुद्दीनपुर, थाना सराय ममरेज निवासी अखिलेंद्र के रूप में हुई है। बाकी डेडबॉडी का DNA कराया जाएगा। हादसे की मजिस्ट्रेट जांच कराई जाएगी। ADM प्रशासन अमरेश जांच करेंगे।