- by Super Admin
- Jun, 13, 2024 21:15
बेंगलुरु : कर्नाटक में विपक्षी दल भाजपा और जद (एस) ने बेंगलुरु में हुई भगदड़ के लिए मुख्यमंत्री सिद्धरमैया और उपमुख्यमंत्री डी. के. शिवकुमार को जिम्मेदार ठहराते हुए शुक्रवार को कहा कि राज्य की कांग्रेस सरकार इस घटना के लिए पुलिस अधिकारियों को 'बलि का बकरा' बना रही है। जनता दल (सेक्युलर) के नेता एवं केंद्रीय मंत्री एच डी कुमारस्वामी ने भगदड़ की घटना के लिए पांच अधिकारियों के निलंबन को एक 'भूल' करार देते हुए कहा कि इस सरकार को सत्ता से बाहर किया जाना चाहिए। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष बी वाई विजयेंद्र ने इस घटना को लेकर मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के इस्तीफे के अलावा उनके खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग भी की। बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास बुधवार को मची भगदड़ में 11 लोगों की मौत हो गई और 56 लोग घायल हो गए। इस दौरान हजारों की संख्या में प्रशंसक रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) की आईपीएल में पहली खिताबी जीत के जश्न में भाग लेने के लिए पहुंचे थे। इस घटना को लेकर विपक्षी दल भाजपा और जद (एस) ने संयुक्त रूप से राज्य सरकार पर निशाना साधा है। राज्य सरकार ने इस घटना के सिलसिले में कर्तव्य में लापरवाही बरतने के आरोप में बृहस्पतिवार को बेंगलुरु के पुलिस आयुक्त बी दयानंद और चार अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया।
कुमारस्वामी ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, कल पांच पुलिस अधिकारियों को निलंबित करने का फैसला इस सरकार की एक और बड़ी गलती है। इस घटना के लिए पूरी गलती सरकार की है। आरसीबी की इस आईपीएल जीत का दुरुपयोग कर अपनी छवि बनाने के लिए मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री दोनों ने वरिष्ठ अधिकारियों की सलाह के खिलाफ जाकर इस जीत का जश्न आयोजित करने का फैसला लिया है। कुमारस्वामी ने यहां संवाददाताओं से कहा, अब चार जून को हुई भगदड़ की घटना के बाद सरकार इसे पुलिस की विफलता बता रही है। पुलिस की विफलता का मतलब है सरकार की विफलता। मेरे हिसाब से इस सरकार को सत्ता से बाहर करना चाहिए। विजयेंद्र ने कहा कि सिद्धरमैया ने अपनी प्रतिष्ठा बचाने के लिए पुलिस अधिकारियों को निशाना बनाकर उन्हें 'बलि का बकरा' बना दिया है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, इस पूरे प्रकरण में बेंगलुरु के पुलिस आयुक्त को बलि का बकरा बनाया गया है। लेकिन यह खुफिया विभाग की विफलता थी और खुफिया विभाग सिद्धरमैया के पास है।उन्होंने इस घटना को लेकर दर्ज प्राथमिकी में आरसीबी, डीएनए इवेंट मैनेजमेंट फर्म और केएससीए को आरोपी बनाने को लेकर कहा, लेकिन इस पूरे प्रकरण में आरोपी नंबर एक खुद मुख्यमंत्री हैं, आरोपी नंबर दो उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार हैं।
उन्हें आरोपी नंबर एक और दो के रूप में नामित किया जाना चाहिए, क्योंकि यह राज्य सरकार की ओर से सरासर लापरवाही है, जिसके कारण यह हादसा हुआ। विजयेंद्र ने कहा कि मुख्यमंत्री को इस घटना के लिए अधिकारियों को बलि का बकरा बनाने के बजाय स्वयं जिम्मेदारी लेनी होगी। उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री को अपना इस्तीफा देना होगा और डी के शिवकुमार को भी इस्तीफा देना होगा। विजयेंद्र ने सवाल किया कि जब पुलिस ने जीत के जश्न के आयोजन से इनकार कर दिया था, तो फिर सरकार ने विधान सौध की सीढ़ियों पर विजय उत्सव आयोजित करने का निर्णय कैसे लिया। भाजपा नेता ने कहा, चिन्नास्वामी स्टेडियम और विधान सौध के पास लाखों लोग एकत्र हुए थे, इसलिए पुलिस दोनों स्थानों पर सुरक्षा नहीं दे सकी और इसके परिणामस्वरूप त्रासदी हुई तथा 11 लोगों की मौत हो गई। उन्होंने कहा, शिवकुमार स्टेडियम में जीत का जश्न मनाने गए थे, जबकि वहां लोगों की मौतें हो रही थीं। यह बहुत ही असंवेदनशील है। विजयेंद्र ने आरोप लगाया कि आरसीबी की जीत का जश्न मनाने के लिए खुद मुख्यमंत्री ने दबाव डाला था। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ अधिकारियों को मुख्यमंत्री के घर बुलाया गया और जब उन्होंने सिद्धरमैया को जल्दबाजी में समारोह आयोजित न करने की सलाह दी, तो सिद्धरमैया ने इसे दरकिनार कर अनुमति देने का आदेश दिया और उसके बाद ही अनुमति दी गई।