- by Vinita Kohli
- Nov, 05, 2025 07:01
बरनाला : शादियों का सीजन शुरू होते ही, बरनाला क्षेत्र में नए छपे 10 और 20 रुपये के नोटों की भारी कमी के कारण कालाबाजारी और अवैध व्यापार में बड़ा उछाल आया है। जहाँ एक ओर बैंक अधिकारी छोटे मूल्य के नोटों की सीमित उपलब्धता का हवाला देकर हाथ खड़े कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर यह नई करेंसी बाजार में निजी दुकानों और दलालों के पास बढ़े हुए रेट पर मिल रही है। इस चौंकाने वाले मामले ने बैंक अधिकारियों और बाहरी एजेंटों के बीच आंतरिक मिलीभगत के बारे में गंभीर चिंताएं पैदा कर दी हैं। शहर निवासी वीरेंद्र कुमार, वीरपाल कुमार, लवलेश कुमार, नीरज कुमार और पुनीत कौशल ने बताया कि बार-बार बैंक जाने के बावजूद, बैंक काउंटर आम लेन-देन के लिए छोटे नोट उपलब्ध कराने में असमर्थता व्यक्त करते हैं।
हालाँकि नई करेंसी के सीलबंद बंडल स्थानीय बाजारों में व्यापारियों और दलालों द्वारा खुल्लम-खुल्ला बेचे जा रहे हैं। इस अवैध व्यापार का सबसे चौंकाने वाला पहलू वे दरें हैं जिन पर ये नोट बेचे जा रहे हैं। 10 रुपये के नोटों की गड्डी पर 400 से 500 रुपये तक अधिक वसूले जा रहे हैं, यानी यह 1400 से 1500 में बिक रही है। 20 रुपये के नोटों का सीलबंद बंडल 2400 से 2500 में बेचा जा रहा है। इस तरह, दुकानदार और दलाल प्रति बंडल सीधे तौर पर 20% से 50% तक अधिक मुनाफा कमा रहे हैं। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से इस गंभीर मामले पर तुरंत ध्यान देने और कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है।