- by Vinita Kohli
- Apr, 21, 2025 11:34
फरीदकोट: फरीदकोट की एसएसपी डॉ. प्रज्ञा जैन के दिशा-निर्देशों पर, फरीदकोट पुलिस ने धान की कटाई के बाद पराली जलाने की घटनाओं को पूरी तरह से रोकने के मुख्य उद्देश्य से एक विशेष जागरूकता अभियान शुरू किया है। जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी लगातार गाँवों का दौरा कर किसानों को पराली न जलाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं।
गाँवों में वरिष्ठ अधिकारी: स्वास्थ्य और पर्यावरण पर जानकारी
इस अभियान के तहत, पुलिस प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी, नागरिक विभाग के क्लस्टर अधिकारियों के साथ गाँवों में बैठकें कर रहे हैं। किसानों को पराली जलाने से होने वाले गंभीर स्वास्थ्य और पर्यावरणीय नुकसान के बारे में विस्तृत जानकारी दी जा रही है। अधिकारियों ने बताया कि जहरीला धुआँ न केवल पर्यावरण को प्रदूषित करता है, बल्कि लोगों के स्वास्थ्य के लिए भी बेहद खतरनाक है।
कई गाँवों में जागरूकता सेमिनार
अभियान के तहत, आज फरीदकोट जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों, थाना प्रभारियों और पुलिस कर्मियों द्वारा कई गाँवों में जागरूकता सेमिनार आयोजित किए गए। इनमें कन्यावाली, कोहाड़ वाला, रोमाना अजीत सिंह, रोरीकापुरा, हरी नौ, दीप सिंह वाला, कमेआना समेत कई अन्य गांव शामिल हैं।
सुप्रीम कोर्ट और एनजीटी के निर्देशों का पालन जरूरी
एसएसपी डॉ. प्रज्ञा जैन ने कहा कि ये प्रयास इसलिए हैं ताकि माननीय सुप्रीम कोर्ट और राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) के निर्देशों का पालन कर पराली जलाने के मामलों को शून्य स्तर पर लाया जा सके। उन्होंने किसानों को पर्यावरण अनुकूल तरीके अपनाने के लिए प्रेरित किया, ताकि प्रदूषण कम करने में सभी अपना सकारात्मक योगदान दे सकें।
पंचायतों और युवाओं से आगे आने की अपील
डॉ. प्रज्ञा जैन ने ग्राम पंचायतों और खासकर युवाओं से आगे आने की अपील की है। उन्होंने कहा कि लोगों के सहयोग से ही जिले में पराली जलाने के मामलों को पूरी तरह से खत्म किया जा सकता है। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि पराली न जलाने से न केवल पर्यावरण स्वच्छ रहेगा, बल्कि मिट्टी की उर्वरता भी बनी रहेगी।