- by Vinita Kohli
- Apr, 21, 2025 11:34
कोटकपूरा: मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा पंजाब को अपराध मुक्त राज्य बनाने की मुहिम के तहत डीजीपी पंजाब गौरव यादव के नेतृत्व में जीरो टॉलरेंस नीति के तहत आपराधिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। इसी बीच, फरीदकोट पुलिस ने 01 करोड़ की फिरौती मांगने के मामले में दविंदर बंबीहा ग्रुप से जुड़े 03 आरोपियों को गिरफ्तार करने में बड़ी सफलता हासिल की है। गिरफ्तार आरोपियों में रामजोत सिंह उर्फ ज्योत (निवासी मोगा) भी शामिल है, जिसने हथियारों की बरामदगी के दौरान पुलिस पार्टी पर फायरिंग की थी, जिसे मुठभेड़ के बाद घायल हालत में गिरफ्तार कर लिया गया है। यह जानकारी एसएसपी फरीदकोट डॉ. प्रज्ञा जैन ने साझा की। एसएसपी डॉ. प्रज्ञा जैन ने बताया कि जुलाई माह में कोटकपूरा में बंबीहा गैंग के एक सदस्य द्वारा फिरौती मांगने की घटना दर्ज की गई थी, जिसमें उन्हें फिरौती की रकम नहीं मिली और बाद में 1 सितंबर की रात को व्यक्ति के घर के बाहर फायरिंग की गई।
इस सम्बन्ध में थाना सिटी कोटकपूरा में मुकदमा नंबर 95 दिनांक 29.04.2025 धारा 308(2), 352(2) भादंसं के अंतर्गत दर्ज किया गया था। जिसके दौरान एसपी (जांच) संदीप कुमार के दिशा-निर्देशानुसार, डीएसपी (जांच) अरुण मुंडन और डीएसपी कोटकपूरा जतिंदर सिंह की देखरेख में, सीआईए स्टाफ फरीदकोट और थाना सिटी कोटकपूरा की पुलिस टीमों ने तकनीकी इनपुट और मानव खुफिया जानकारी के आधार पर कार्रवाई करते हुए गोलीबारी की घटना में शामिल दो आरोपियों संदीप सिंह उर्फ लवली और रामजोत सिंह उर्फ जोत को 07.09.2025 को लकड़ दाना मंडी कोटकपूरा से गिरफ्तार किया, जो दोनों मोगा जिले के रहने वाले थे। जिसके बाद प्राथमिक जांच के दौरान पता चला कि आरोपियों ने दविंदर बंबीहा गैंग से जुड़े गैंगस्टर सिमा बहबल और जस बहबल के निर्देशों पर इस वारदात को अंजाम दिया था और इस वारदात के लिए हथियार मोगा जिले से ही जुड़े मलकीत सिंह ने मुहैया करवाए थे, जिसे 08.09.2025 को सेंट्रल जेल फरीदकोट जेल से प्रोडक्शन वारंट पर लाया गया था।
एसएसपी फरीदकोट डॉ. प्रज्ञा जैन ने बताया कि जब कथित आरोपियों से रिमांड के दौरान पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि फायरिंग के दौरान इस्तेमाल की गई 32 बोर की पिस्तौल उन्होंने गांव ढिलवां से सिवाया रोड पर नेहरा के पास छिपाई थी। जिसके बाद आज जब पुलिस टीम आरोपी रामजोत सिंह उर्फ जोत को बरामदगी के लिए साथ लाई तो बरामदगी के दौरान कथित आरोपी रामजोत सिंह उर्फ जोत ने पुलिस पार्टी को धक्का देकर भागने की कोशिश की और पुलिस पार्टी पर छिपी हुई पिस्तौल से फायरिंग की। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि रामजोत सिंह का पिछला रिकार्ड भी आपराधिक है, उसके खिलाफ इससे पहले भी नशा तस्करी, आर्म्स एक्ट व अन्य संगीन धाराओं के तहत 03 मामले दर्ज हैं, जो इस घटना से करीब 01 माह पहले 30 जुलाई को फरीदकोट जेल से बाहर आया था।