- by Vinita Kohli
- Jan, 01, 2025 06:50
करनाल: पी एम श्री राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय करनाल में प्रदेश के स्कूलों में पंजाबी भाषा पखवाड़े मनाने के लिए दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। शिविर के समापन पर जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी ज्योत्स्ना मिश्रा एवं डाईट शाहपुर इंचार्ज मनीष कुमार कार्यशाला में पहुंचे तथा पंजाबी शिक्षकों से पखवाड़े की विस्तृत कार्ययोजना पर चर्चा की। उन्होंने शिक्षकों को इस बारे में जरूरी दिशा निर्देश भी दिए। यह जानकारी पंजाबी भाषा शिक्षक प्रशिक्षण के स्टेट कोर्डिनेटर डा करनैल चंद ने दी। उन्होंने बताया कि जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी ने शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार भाषाओं को विशेष तरजीह दे रही है। भाषाएं राष्ट्रीय एकता व सामंजस्य के लिए पढाई जानी जरूरी हैं। हमें अपनी लोकल भाषाओं पर विशेष ध्यान देना होगा। पंजाबी भाषा पखवाडा मनाने से बच्चों की भाषा व व्याकरण में शुद्धता आएगी तथा लोगों को पंजाबी कल्चर के बारे में पता चलेगा। उन्होंने कहा कि सभी शिक्षकों को दूसरे क्षेत्र की भाषाएं जरूर सीखनी चाहिए।
पंजाबी भाषा शिक्षक प्रशिक्षण के स्टेट कोर्डिनेटर एंव डाईट शाहपुर में सहायक प्रोफेसर डा. करनैल चंद ने कहा कि प्रदेश सरकार नई शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप हिंदी पखवाड़े के बाद पंजाबी व उर्दू भाषा पखवाडे की शुरुआत करने जा रही है। इसीलिए एससीईआरटी द्वारा प्रस्ताव मांगे गए हैं। भाषाओं के प्रचार प्रसार व समन्वय के लिए यह सराहनीय पहल है। समाज,देश व दुनिया से जुड़ने के लिए बहुभाषी होना जरूरी है। इसलिए शिक्षकों को अधिक से अधिक भाषाएं सीखनी चाहिए। इस मौके पर डाईट पलवल कुरुक्षेत्र में पंजाबी की सहायक प्रोफेसर रेखा रानी, प्राध्यापक डा. गुरनाम सिंह, डा.गुरदीप सिंह, तेजिंदर कौर, उम्मीत सिंह, दविंदर कौर, हरजिंदर सिंह, विजय कुमार, नवदीप कौर, कविता रानी, अमनदीप कौर व नरेश सैनी उपस्थित रहे।