- by Super Admin
- Jul, 05, 2024 02:52
Hormone Balance Tips: आप सभी हार्मोन्स से तो अवगत हीं होंगे। हार्मोन्स एक तरह से हमारे बॉडी में मैसेंजर की तरह काम करता है, जो अलग-अलग फंक्शन्स, जैसे- मेटाबॉलिज्म, मूड, फर्टिलिटी, नींद और वजन को नियंत्रित करता है। कई बार हार्मोन्स इंबैलेंस हो जाते हैं और यह परेशानी सबसे ज्यादा महिलाओं को होती है। जब हार्मोन्स इंबैलेंस होता है तो उस समय थकान, तनाव, वजन बढ़ना, मुंहासे और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं होने लगती है। आपको लग रहा होगा कि यह एक गंभीर समस्या है। हालांकि ऐसा कुछ नहीं है, कई नेचुरल तरीकों से हार्मोन्स को संतुलन किया जा सकता है। चलिए फिर आपको उन तरीकों के बारे में बताते हैं।
हार्मोन्स बैलेंस करने के नेचुरल इलाज
हेल्दी डाइटः हार्मोनल बैलेंस के लिए पोषण सबसे जरूरी होता है। हर किसी को प्रोटीन, हेल्दी फैट्स, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर डाइट लेना चाहिए। ओमेगा-3 फैटी एसिड (जैसे मछली, अलसी के बीज) और विटामिन-डी हार्मोन्स को रेगुलेट करने में मदद करते हैं। प्रोसेस्ड फूड और शुगर से दूर रहें, क्योंकि ये इंसुलिन लेवल को बिगाड़ सकते हैं।
कम तनावः स्ट्रेस कोर्टिसोल हार्मोन के स्तर को बढ़ाता है, जिससे अन्य हार्मोन्स असंतुलित हो जाते हैं। योग, मेडिटेशन, डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज और पूरी नींद लेकर तनाव को कम किया जा सकता है। इससे शरीर को हार्मोनल बैलेंस बनाए रखने में मदद मिलती है।
नियमित एक्सरसाइजः फिजिकल एक्टिविटी हार्मोन्स ही संतुलित नहीं करता है, बल्कि शरीर को तंदुरुस्त भी रखता है। वॉकिंग, जॉगिंग, योग और स्ट्रेंथ ट्रेनिंग जैसी एक्सरसाइज इंसुलिन सेंसिटिविटी को बढ़ाते हैं और स्ट्रेस हार्मोन कोर्टिसोल को कम करते हैं। हालांकि, ज्यादा एक्सरसाइज करना भी हार्मोनल असंतुलन का कारण बन सकता है, इसलिए संतुलन बनाए रखें।
अच्छी नींदः नींद की कमी हार्मोनल असंतुलन का एक अहम कारण है। नींद के दौरान शरीर हार्मोन्स को रिपेयर और रेगुलेट करता है। 7-8 घंटे की गहरी नींद लेना जरूरी है। सोने से पहले मोबाइल और लैपटॉप का इस्तेमाल कम करें, क्योंकि इससे मेलाटोनिन हार्मोन प्रभावित होता है।
हर्बल चाय और सप्लीमेंट्सः कुछ हर्बल टी जैसे ग्रीन टी और अश्वगंधा चाय हार्मोनल बैलेंस को सुधारने में मदद करती हैं। वहीं अश्वगंधा, मैका रूट और शतावरी जैसे हर्बल सप्लीमेंट्स भी हार्मोन्स को संतुलित करने में मदद करते हैं। हालांकि, इनका इस्तेमाल डॉक्टर की सलाह के बाद ही करें।