- by Tanya Chand
- Jan, 03, 2025 08:10
जगमार्ग न्यूज़ डेस्क: बदलते मौसम के चलते बच्चे ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं। आजकल के बच्चों का इम्यूनिटी सिस्टम काफी कमजोर है, जिस चलते उन्हें बीमारियां जल्दी पकड़ लेती हैं। कुछ समय से बच्चों में टाइफाइड काफी पाया जा रहा है जो बेहद ही घातक है। टाइफाइड बुखार एंटेरिका सेरोटाइप टाइफी बैक्टीरिया या सालमोनेला पैराटाइफी बैक्टीरिया के कारण होता है, जो पानी और खाने के जरिए शरीर में प्रवेश करता है। बता दें कि टाइफाइड का इलाज आसान नहीं है, इसमें खाने से लेकर अन्य इलाज तक काफी ध्यान रखा जाता है। अगर इसका सही तरीके से इलाज नहीं होता है तो परेशानी और भी गंभीर हो जाती है। आइए फिर एक्सपर्ट से जानते हैं कि टाइफाइड में बच्चों का क्या खिलाना चाहिए और क्या नहीं। इसके अलावा इस बीमारी से जुड़ी सभी जानकारी के बारे में।
टाइफाइड के लक्षण
अगर टाइफाइड यानी मियादी बुखार हो जाए तो शरीर का तापमान 104 डिग्री तक जा सकता है। इसमें बीच-बीच में आराम हो जाता है और फिर से बुखार आ जाता है। इसके अलावा टाइफाइड में सिर और मांसपेशियों में दर्द, भूख न लगना, पेट में दर्द होना, जी मिचलाना जैसे लक्षण नजर आते हैं। अगर आपको भी कुछ ऐसी ही लक्षण दिखाई देते हैं तो तुरंत डॉक्टर से जांच कराएं।
टाइफाइड में क्या खाना चाहिए ?
टाइफाइड से रिकवर होने के लिए और कमजोर शरीर को एनर्जी देने के लिए यह बहुत जरूरी है कि आप अपनी थाली में ऐसी चीजों को जगह दें जो फाइबर से भरपूर होने के साथ ही अन्य न्यूट्रिएंट्स से भी रिच हो। टाइफाइड में शरीर को हाइड्रेट रखने की जरूरत होती है, इसलिए उबला हुआ पानी पिएं, नारियल पानी, चुकंदर का जूस, सूप, दाल का पानी आदि डाइट में शामिल करें। इसके अलावा रिकवर होने के लिए हल्का खाना सही रहता है, इसलिए मूंग दाल की लिक्विड खिचड़ी, दलिया आदि खाना चाहिए। फल विटामिन-मिनरल से भरपूर होते हैं और शरीर में खून बनाने में मदद करते हैं, इसलिए अनार, संतरा आदि का जूस डाइट में शामिल करें।
टाइफाइड में क्या नहीं खाना चाहिए ?
टाइफाइड होने पर न सिर्फ इम्यूनिटी कमजोर हो जाती है, बल्कि मांसपेशियों की ताकत भी कम हो जाती है। टाइफाइड हुआ है तो तला-भुना खाना या फिर जिसमें ज्यादा ऑयल हो उसे परहेज करें, नहीं तो दस्त हो सकते हैं जो स्थिति को और खराब कर सकता है। चाय-कॉफी का सेवन भी कम कर देनी चाहिए. इसके अलावा जंक फूड और मैदा से बनी किसी भी तरह की चीजों से परहेज करें। बुखार की वजह से मुंह का स्वाद खराब हो जाता है, लेकिन ज्यादा मसाले वाली चीजों से भी परहेज करना चाहिए।
टाइफाइड चेक के लिए करवाई जाती हैं यह जांच
टाइफाइड के लक्षण दिखते ही तुरंत जांच कराने के साथ ही इलाज शुरू करवा देना चाहिए। टाइफाइड वैसे तो कुछ ही दिनों में ठीक हो जाता है, लेकिन अगर इलाज सही समय पर न हो तो यह बुखार जानलेवा हो सकता है। एक्सपर्ट बताते हैं कि टाइफाइड के लिए ब्लड कल्चर, सीआरपी टेस्ट और सीबीसी किया जाता है, जिसमें अगर सीआरपी बढ़ा हुआ आए तो यह टाइफाइड हो सकता है।