- by Vinita Kohli
- Jan, 04, 2025 06:40
चंडीगढ़: हरियाणा के पानीपत शहर से एक दर्दनाक हादसा सामने आया है जिसने सबको हैरान करके रख दिया है। जाटल रोड पुल के नीचे एक कैंटर ने 2 साल के बच्चे को कुचल दिया, जिसमें बच्चे की मौके पर ही मौत हो गई। जब यह दर्दनाक हासदा हुआ, तब बच्चा खेल रहा था। हादसे के तुरंत बाद बच्चे कोनजदीकी अस्पताल में भर्ती करवाया, जहां डॉक्टर ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया। हादसे के बाद लोगों ने कैंटर को मौके पर ही पकड़ लिया था और गुस्से में कैंटर में तोड़फोड़ की। हालांकि इस दौरान ड्राइवर मौके से फरार हो गया।
आरोपी मौके से हुआ फरार, पुलिस ने वातावरण कराया शांत
सूचना मिलते ही पुलिस घटनस्थल पर पहुंची और वातावरण को शांत कराया। लोगों की शिकायत पर पुलिस उसकी तलाश कर रही है। वहीं, बच्चे का सिविल अस्पताल में पंचनामा भरवाकर उसका शव मॉर्च्युरी में रखवा दिया गया है। मृतक की पहचान राहुल के रूप में हुई है। वह शास्त्री कॉलोनी में रहता था। बच्चे के पिता राजू ने बताया है कि रविवार दोपहर को उनका मंझला बेटा राहुल गली में खेलता हुआ जाटल पुल के नीचे चला गया। वहां उसे कैंटर ने रौंद दिया। उसके पेट के ऊपर पहिया चढ़ा दिया गया था। बच्चे के शरीर पर पहिया छप गया था। हालांकि, लोगों ने कैंटर को मौके पर ही घेर लिया था, लेकिन मौका पाकर उसका ड्राइवर भाग गया। जब तक पुलिस मौके पर पहुंची, लोगों ने कैंटर तोड़ दिया था। पुलिस ने लोगों को शांत किया और कैंटर को कृष्णपुरा चौकी ले गई।
स्थानीय लोगों ने किया बड़ा खुलासा
राजू ने बताया कि वह कपड़े बेचते हैं। उनके 3 बच्चे थे, जिनमें सबसे बड़ी बेटी 3 साल की है। मंझला बेटा राहुल 2 साल का था। सबसे छोटा बेटा 5 माह का है। उनकी पत्नी रितु गृहिणी है। राहुल का 5 दिन पहले ही 1 जनवरी को जन्मदिन था। स्थानीय लोगों ने बताया है कि मौके पर चिकन की दुकानें हैं, जिन्हें शनिवार को ही प्रशासन ने बंद करवाया था, क्योंकि ये दुकानें अवैध हैं। यहां आसपास धार्मिक स्थल, स्कूल, आदि होने के कारण इन्हें बंद किया था, लेकिन इन दुकान मालिकों ने अपनी मनमानी करते हुए प्रशासन की ओर से दुकान पर लगाई गई सील को सुबह तोड़ा और दुकान खोल ली। इनके ऑर्डर पर चिकन की दुकान के लिए कैंटर में मुर्गे लाए जा रहे थे। इसी कैंटर ने बच्चे को कुचल दिया। हादसे वाले कैंटर से मुर्गों की काफी क्रेटें लोगों ने लूट भी लीं। कुछ क्रेट मौके पर पड़ी रह गईं, जबकि कुछ क्रेटें कैंटर में रह गईं, जोकि अब चौकी में हैं।