- by Vinita Kohli
- Nov, 01, 2025 04:35
चंडीगढ़: भारतीय जनता पार्टी चंडीगढ़ प्रदेश द्वारा वीर बाल दिवस के पावन अवसर पर मनीमाजरा गोविंदपुरा, वार्ड नंबर 6 स्थित कम्युनिटी सेंटर के साथ वाले मैदान में सुखमणि साहिब का पाठ एवं कीर्तन दरबार का श्रद्धापूर्ण और भव्य आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के संयोजक पूर्व पार्षद जगतार सिंह जग्गा एवं भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष देवेंद्र सिंह बबला रहे, जबकि सह संयोजक धर्मेंद्र सैनी, परवीन नारंग, बलजिंदर गुजराल, दीदार सिंह, जुझार सिंह एवं अवतार सिंह ने कार्यक्रम को सफल बनाने में समन्वय, सेवा एवं व्यवस्थाओं के स्तर पर अहम भूमिका निभाई।
यह आयोजन सिख इतिहास के अमर अध्याय, दसवें पातशाह गुरु गोविंद सिंह जी के चारों साहिबजादों के अतुलनीय बलिदान को नमन करते हुए श्रद्धा, समर्पण और राष्ट्रभाव के साथ संपन्न हुआ। आयोजकों ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी प्रत्येक वर्ष वीर बाल दिवस के अवसर पर ऐसे धार्मिक एवं सामाजिक कार्यक्रमों के माध्यम से समाज को साहिबजादों के त्याग, शौर्य और धर्म रक्षा के संदेश से जोड़ती है। साहिबजादों का बलिदान केवल इतिहास नहीं, बल्कि आज की पीढ़ी के लिए साहस, आत्मबल और राष्ट्र के प्रति कर्तव्य का जीवंत उदाहरण है।
कार्यक्रम में भारतीय जनता पार्टी चंडीगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष जितेंद्र पाल मल्होत्रा तथा चंडीगढ़ के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं वर्तमान में हिमाचल प्रदेश के सह-प्रभारी संजय टंडन विशेष रूप से उपस्थित रहे। दोनों नेताओं ने कीर्तन दरबार में माथा टेककर देश, प्रदेश और समाज की सुख-शांति, समृद्धि और एकता की कामना की। इस अवसर पर पार्टी के प्रदेश पदाधिकारी, सभी जिलों के अध्यक्ष, विभिन्न मोर्चों एवं प्रकोष्ठों के अध्यक्ष तथा चंडीगढ़ के विभिन्न सेक्टरों से आए बड़ी संख्या में कार्यकर्ता एवं श्रद्धालु उपस्थित रहे।
प्रदेश अध्यक्ष जितेंद्र पाल मल्होत्रा ने अपने संदेश में कहा कि वीर बाल दिवस हमें यह स्मरण कराता है कि धर्म, संस्कृति और स्वाभिमान की रक्षा के लिए गुरु गोविंद सिंह जी के साहिबजादों ने अत्याचार के सामने झुकने के बजाय सर्वोच्च बलिदान दिया। उनका जीवन आज भी हमें सत्य, साहस और राष्ट्रहित के मार्ग पर अडिग रहने की प्रेरणा देता है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी इन्हीं आदर्शों के साथ समाज सेवा और राष्ट्र निर्माण के कार्यों में निरंतर जुटी हुई है। कार्यक्रम के दौरान शबद-कीर्तन से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया। कार्यक्रम के समापन पर सेवा, समानता और भाईचारे की महान परंपरा के प्रतीक स्वरूप लंगर का आयोजन भी किया गया, जिसमें सभी श्रद्धालुओं, कार्यकर्ताओं एवं उपस्थित नागरिकों ने प्रसाद रूप में लंगर ग्रहण किया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्र की मजबूती और सामाजिक सद्भाव के संकल्प के साथ हुआ।