- by Tanya Chand
- Jan, 01, 2025 09:55
जयपुर: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बिहार में विधानसभा चुनाव के परिणामों के रुझानों को निराशाजनक बताते हुए शुक्रवार को आरोप लगाया कि वहां चुनाव प्रचार के दौरान मतदाताओं को नकदी और अन्य लाभ बांटे गए। गहलोत ने दावा किया कि बिहार में आदर्श आचार संहिता लागू होने के बावजूद पेंशन भुगतान और नकद हस्तांतरण बेरोकटोक जारी रहे। गहलोत ने यहां संवाददाताओं से कहा, "बिहार के परिणाम निराशाजनक हैं इसमें कोई दो राय नहीं... बिहार में (आदर्श आचार संहिता लागू होने के बावजूद) सब बंट रहे थे... पेंशन बंट रही थी... पैसा बंट रहा था, दस हजार रुपए बिहार जैसे प्रदेश में महिलाओं को मिल जाएं, तो आप सोच सकते हो क्या हो सकता है, एक तो वो फैक्टर भी था।'
उन्होंने कहा कि 2023 में राजस्थान में हुए विधानसभा चुनावों के दौरान एक योजना के तहत मोबाइल फोन वितरण और पेंशन वितरण को चुनाव आचार संहिता लागू होते ही तुरंत रोक दिया गया था। गहलोत ने आरोप लगाया, ‘‘लेकिन बिहार में निर्वाचन आयोग मूकदर्शक बना रहा, उसने क्यों नहीं रोका, दस-दस हजार रुपए बंट रहे थे चुनाव चलते हुए तो आयोग को रोकना चाहिए था, रोका ही नहीं।' गहलोत ने आयोग पर बिहार में सत्तारूढ़ दल के साथ मिलीभगत का आरोप लगाया। गहलोत ने आरोप लगाया, "जब आप निष्पक्ष चुनाव नहीं कराते, जब बूथ कैप्चरिंग या बेईमानी होती है और आयोग कोई कार्रवाई नहीं करता, तो यह वोट चोरी है। आयोग की सत्तारूढ़ दल के साथ स्पष्ट मिलीभगत थी।" उन्होंने दावा किया कि भाजपा ने धनबल इकट्ठा किया है जिससे लोकतंत्र को खतरा है। उन्होंने कहा कि देश को कांग्रेस और उसकी विचारधारा की जरूरत है। राजस्थान में अंता विधानसभा सीट पर उपचुनाव के परिणाम पर गहलोत ने कहा कि कांग्रेस उम्मीदवार जीत की ओर बढ़ रहे हैं।