- by Vinita Kohli
- Nov, 01, 2025 09:17
चंडीगढ़: पंजाबी म्यूजिक इंडस्ट्री के जाने माने मशहूर गीतकार जिन्होंने 500 से ज्यादा गीत लिखने वाले और 150 सिंगर को हिट बनाने वाले निम्मा लोहारका निधन हो गया है। इस से पंजाबी म्यूजिक इंडस्ट्री के लिए यह एक बड़ा धक्का लगा है। पैतृक गांव में ही उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। बताया जा रहा है कि पिछले कुछ दिनों से उनकी सेहत ठीक नहीं चल रही थी। निम्मा लोहारका का पूरा नाम निरमल सिंह था। 24 मार्च 1977 को उनका जन्म अमृतसर की तहसील अजनाला के गांव लोहरका में हुआ। निम्मा के पिता दर्शन सिंह और मां दलबीर कौर किसान थे। उनके देहांत से पंजाबी म्यूजिक इंडस्ट्री में शोक की लहर है।
परिवार में उनका एक बेटा है, वो सांग राइटर है। कई चैनल पर दिए इंटरव्यू में निम्मा इस बात का जिक्र कर चुके थे कि उनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं चल रही है। कई लोगों को उन्होंने स्टार बनाया, लेकिन अंतिम समय में बहुत कम लोग काम आए। अब गन कल्चर और बदमाशी वाले गीतों का दौर शुरू हो गया है, इसलिए उनके गीतों का कोई खरीदार नहीं रहा। अंतिम समय में निम्मा को यही मलाल था कि इंडस्ट्री अपना काम निकालकर बहुत तेजी से सबको भूल जाती है।
दिलजीत से लेकर नछतर गिल तक ने निम्मा के गीत गाए
निम्मा के लिखे गीत गाकर कई गायक स्टार बने। दिलजीत दोसांझ, रविंदर गरेवाल, मलकीत सिंह, फिरोज़ खान, हरभजन शेरा नछतर गिल, इंद्रजीत निक्कू, अमरिंदर गिल, लखविंदर वडाली, कुलविंदर ढिल्लों जैसे तमाम गायकों को निम्मा के लिखे गीतों से पहचान मिली।
कुलविंदर ढिल्लों का गाया और निम्मा का लिखा एक गीत तो अमर हो गया है, जिसके बोले हैं...जलों पैंदी आ तरीक किसे जट्ट दी, कचैरियां च मेले लगदे (जब किसी जट्टी की कोर्ट में तारीख होती है तो वहां पर उसे देखने के लिए मैला लग जाता है)। इसी तरह दिल दित्ता नईं सी ठोकरां लवाण वास्ते, की समझावां एहना नैण कमलेयां नूं सहित पंजाबी म्यूजिक इंडस्ट्री को हिट गीत दिए।