चंडीगढ़: कृषि कीटनाशक कंपनियां अब अपने उत्पादों के अतिरिक्त कृषि कल्याण के मद्देनजर फसलों के बीमा की योजना देने की भी तैयारी में है अर्थात जिन किसानों को कृषि उत्पाद बेचे जाएंगे उनकी फसलों का बीमा भी एक योजना के अधीन किया जाएगा चंडीगढ़ इंडस्ट्रियल एरिया में किसानों व कृषि एक्सपोर्ट के सम्मेलन में पारिजात कंपनी के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने इसका खुलासा किया की उनकी कंपनी देश की ऐसी प्रथम कंपनी है जिसे केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने मक्का पर सुंडी के हमले को रोकने के लिए तैयार कीटनाशक व्यक्ति को स्वीकृति दी है।
उदय राज सिंह ने कहा कि इस वक्त पूरे देश में किसानों की आमदन को दुगनी करने की कोशिशें की जा रही हैं वह जब किसान की फसल पर सुंडी का या अन्य कीट का हमला होता है तो किसान एकदम से घबरा जाता है और जैसा भी कीटनाशक उसे मिलता है वह उन सब को अपनी फसल बचाने की पुरजोर कोशिश में लगा रहता है लेकिन किसान भाई को चाहिए कि रिसर्च बेस्ड पेटेंटेड प्रोडक्ट के इस्तेमाल करे व अपनी फसल को बचाए ताकि उन्हें कर्ज में डूबने की नौबत न आये । ईश्वर रेड्डी ने बताया कि पंजाब के प्रधान सुबह है किसानों की सहायता के लिए सरकार को हर संभव सहायता देनी चाहिए हालांकि राज्य और केंद्र सरकार किसानों की आय दोगुनी करने के प्रयासों में है और कृषि माहिर भी बेहर बेहतर उत्पाद से अधिक से अधिक फसल उत्पादन के लिए प्रयोग कर रहे हैं।इस कड़ी में पारिजात के वेलेक्टिन , फुजीको ऍफ़ एस, जायफेन अल्ट्रा का इस्तेमाल कर नरमे , मक्की की फसल में इजाफा किया जा सकता है।