चंडीगढ़ (सोनिया अटवाल) - योग का इतिहास करीब 5000 साल पुराना है। यह वेदों के जमाने से है। हालांकि बीच में भारतीय संस्कृति को समाप्त करने के काफी प्रयास किए गए। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने योग दिवस की शुरुआत की है, जिसका लाखों करोड़ों लोगों को फायदा मिल रहा है। यह जानकारी मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर रॉक गार्डन में आयोजित कार्यक्रम में पंजाब के राज्यपाल एवं चंडीगढ़ के प्रशासक बनवारीलाल पुरोहित ने दी। इसमें प्रशासक के अलावा मुख्य अतिथि के तौर पर केंद्रीय मंत्री ओमप्रकाश भी शामिल हुए। सबसे पहले केंद्रीय मंत्री सोम प्रकाश ने लोगों को संबोधित किया।
कार्यक्रम में प्रशासक के साथ एडवाइजर धर्मपाल, डीजीपी प्रवीर रंजन, मेयर सरबजीत कौर एवं गृह सचिव नितिन यादव मौजूद रहे। हालांकि योग प्रोटोकाल प्रशासक बी एल पुरोहित पूरा नहीं कर पाए और बीच में ही खराब स्वास्थ्य की वजह से कार्यक्रम छोडक़र चले गए। जानकारी के अनुसार उम्र अधिक होने की वजह से प्रशासक सभी योग आसन करने में सक्षम महसूस नहीं कर पा रहे थे और इसी वजह से बीच में ही कार्यक्रम छोडक़र राजभवन के लिए निकल गए।
ध्यान रहे कि योग दिवस के उपलक्ष्य में यूटी प्रशासन और आयुष मंत्रालय की तरफ से रॉक गार्डन में सुबह 6 बजे से 8 बजे तक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस वर्ष योग दिवस की थीम योग फॉर ह्यूमेनिटी रही। हालांकि कार्यक्रम का समय सुबह 6 बजे से था, लेकिन लोगों ने सुबह 5 बजे से ही पहुंचना शुरू कर दिया था। इस वर्ष को देश आजादी का अमृत महोत्सव के रूप में मनाया जा रहा है। ऐसे में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस भी खास रखा गया है। रॉक गार्डन में अनेक प्रतिभागी एक साथ योग के विभिन्न आसन कर फिट रहने का संदेश देने के लिए पहुंचे। प्रधानमंत्री इस दौरान लाइव टेली-कास्ट पर थे। कॉमन योग प्रोटोकॉल के तहत कार्यक्रम शुरु हुआ। व्यापक स्तर पर होने वाले इस कार्यक्रम में आयुष विभाग के डायरेक्टोरेट, पर्यटन विभाग, गवर्नमेंट कॉलेज ऑफ योग एजुकेशन एवं हेल्थ, सेक्टर 23 समेत केंद्र के विभिन्न विभागों समेत अन्य विभागों, विभिन्न योग संस्थाओं तथा एनजीओ की सहभागिता रही।
योग की संस्कृति को पीएम से दोबारा मिला जीवन:ओमप्रकाश
इस दौरान केंद्रीय मंत्री ओमप्रकाश ने कहा कि पहले मुगलों ने प्रयास किया और फिर अंग्रेजों ने योग को खत्म करने का प्रयास किया, लेकिन यह संस्कृति ऐसे ही आगे बढ़ती रही। उन्होंने योग दिवस की शुरुआत का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिया। प्रशासक के संबोधन के बाद रॉक गार्डन में मौजूद सभी लोगों ने प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को लाइव सुना और इसके बाद सभी ने एक साथ योग शुरू किया। करीब 40 मिनट सभी ने योग किया। इसमें प्रशासक के साथ उनके सलाहकार धर्मपाल समेत सभी विभागों के सचिव व डीसी विनय प्रताप सिंह समेत अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। रॉक गार्डन में शहर की विभिन्न संस्थाओं, पुलिस, आइटीबीपी, रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन समेत अन्य लोग पहुंचे थे।
शहर में 75 जगहों पर हुए विशेष आयोजन:
चंडीगढ़ में अलग-अलग 75 जगहों पर योग दिवस के कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें सुखना लेक, सेक्टर-17 प्लाजा, पंजाब यूनिवर्सिटी, होटल माउंट व्यू, होटल पार्क व्यू, होटल शिवालिक व्यू, योग दिव्य मंदिर सेक्टर-30 ए, होटल ललित, दिव्य योग मंदिर शिवालिक एनक्लेव मनीमाजरा, पीजीआई, रॉक गार्डन, पुलिस अस्पताल-26, संग्रहालय, सेक्टर-10, स्टेट लाइब्रेरी-17, टैरेस गार्डन सेक्टर-33, स्टेट लाइब्रेरी-34, रामलीला मैदान सेक्टर-40, जीएमसीएच-32, फ्रेगरेंस गार्डन सेक्टर-36 के अलावा सभी हेल्थ वेलनेस सेंटर, सभी सिविल अस्पताल, कई स्कूल व कॉलेज शामिल हैं। केंद्र सरकार के दिशा-निर्देश के तहत प्रधानमंत्री के मुख्य कार्यक्रम को भी सभी जगह लाइव दिखाया गया। प्रत्येक जगह पर 30 से 50 लोगों ने अनुलोम विलोम किया। केंद्र सरकार के दिशा निर्देशों के तहत प्रधानमंत्री के मुख्य कार्यक्रम को सभी जगह लाइव दिखाया गया।
खराब मौसम और तेज हवाओं ने तैयारियां की फीकी:
वहीं इससे पहले सोमवार शाम को अचानक हुए खराब मौसम और बारिश की वजह से भी कार्यक्रम की तैयारियां फीकी हो गई थी। देर शाम चली तेज हवाओं और बारिश के चलते राक गार्डन में योग कार्यक्रम को लेकर की गई तैयारियों पर पानी फिर गया था। कार्यक्रम सुबह जल्दी होने की वजह से एक दिन पहले सोमवार से ही राक गार्डन में कारपेट बिछाए गए थे, लेकिन बारिश व तेजते हवाओं की वजह से कारपेट भीग गए व कुछ तेज हवाओं में उड़ भी गए। इसके बावजूद भी मंगलवार को शहर के हजारों लोगों ने योग दिवस के कार्यक्रमों में भाग लिया।