चंडीगढ़ (सोनिया अटवाल) - करप्शन के मामले में गिरफ्तार हुए पंजाब के 2008 बैच के सीनियर आईएएस अधिकारी संजय पोपली के इकलौते बेटे कार्तिक पोपली (26) की शनिवार को चंडीगढ़ स्थित उनके आवास पर संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। कार्तिक के सिर में गोली लगने पर उसे इलाज के लिए गंभीर हालत में पीजीआई ले जाया गया, लेकिन पीजीआई के एडवांस ट्रामा सेंटर में डॉक्टरों ने इलाज के दौरान उसे मृत घोषित कर दिया। कार्तिक को 7.62 एमएम की गोली लगी है।
पुलिस को सूचना मिली थी कि कार्तिक ने गोली मारकर आत्महत्या की है। वहीं कार्तिक की मां श्री ने आरोप लगाया कि उनके बेटे को विजिलेंस टॉर्चर करती थी। श्री ने कहा कि ये लोग हमारे साथ ऐसे कर सकते हैं तो आम जनता के साथ क्या कर सकते हैं। वहीं पुलिस ने उनके सभी आरोपों का खंडन किया है। पुलिस ने कहा कि पोपली के बेटे ने लाइसेंसी पिस्टल से खुद को गोली मारी है। पिस्टल सील कर दिया गया है। जानकारी के मुताबिक कार्तिक लॉ का स्टूडेंट था। कार्तिक फिलहाल आईएएस की तैयारी कर रहा था। सूचना मिलते ही एसएसपी कुलदीप चहल सहित कई पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे।
ध्यान रहे कि 2008 बैच के सीनियर आईएएस संजय पोपली को ठेकेदार से रिश्वत मांगने के मामले में कुछ दिन पहले पंजाब विजलेंस ने उनके सेक्टर 11 चंडीगढ़ स्थित घर से गिरफ्तार किया था। करनाल निवासी एक ठेकेदार ने पोपली के खिलाफ एंटी करप्शन हेल्पलाइन पर शिकायत दी थी। उनका आरोप था कि अधिकारी बिलों को क्लियर करने की एवज में एक फीसदी रिश्वत मांग रहे थे। उन्होंने बताया कि कांग्रेस सरकार के समय नवांशहर में सात करोड़ रुपये की सीवरेज परियोजना शुरू की गई थी।
इसमें वह एक प्रतिशत कमीशन की मांग कर रहे थे। ठेकेदार ने 12 जनवरी को आईएएस अधिकारी के सचिव के रूप में तैनात अधीक्षक स्तर के अधिकारी संजीव वत्स के माध्यम से 3.5 लाख रुपये का भुगतान किया। विजिलेंस ने दावा किया कि पोपली ठेकेदार से शेष 3.5 लाख रुपये की मांग कर रहे थे। शिकायतकर्ता ने फोन कॉल रिकॉर्ड किया और भ्रष्टाचार रोधी हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज कराई। पोपली ने पहले जल आपूर्ति और सीवरेज बोर्ड का नेतृत्व किया था।
परिवार ने विजिलेंस पर लगाए गंभीर आरोप:
विजिलेंस ने 4 दिन पहले ही संजय पोपली को करप्शन के मामले में चंडीगढ़ से गिरफ्तार किया था। जिसके बाद उनके खिलाफ जांच की जा रही थी। पोपली को आज ही मोहाली कोर्ट में पेश किया जाना है। परिवार का आरोप है कि उन्हें मानसिक रूप से परेशान किया जा रहा था। विजिलेंस उन पर झूठे बयान देने के लिए दबाव डाल रही थी। पेशी के बाद विजिलेंस संजय पोपली को साथ लेकर आई थी। 12 घंटे तक थाने में बिठाकर टॉर्चर करने का आरोप भी लगाया। उन्होंने डीएसपी वरिंदर गोयल पर टॉर्चर करने का आरोप लगाया। उनके बेटे को पीटा भी गया। परिजनों ने कहा कि उनके घर में कोई हाथियार नहीं था।
विजिलेंस टीम और कार्तिक में हुई बहस:
परिवार के मुताबिक विजिलेंस की टीम उनके घर आई थी। इस दौरान वहां छानबीन की गई। विजिलेंस कोई रिकवरी करने के लिए आई थी। इसी दौरान कार्तिक और विजिलेंस अफसरों के बीच बहस हुई। कार्तिक की मां ने कहा कि जब मैं ऊपर गई तो विजिलेंस वाले ने उनके बेटे पर पिस्टल तान रखी थी। इसके बाद उन्हें नीचे भेज दिया गया। इसके बाद उन्होंने गोली की आवाज सुनी। बाद में पता चला कि यह उनके बेटे को लगी है। उन्होंने कहा कि उन्हें झूठे केस में फंसाया गया है। उन्होंने कहा कि पंजाब के सीएम भगवंत मान वाहवाही के लिए छोटे मामले को भी बढ़ा-चढ़ाकर पेश कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि कार्तिक पोपली परिवार का इकलौता लडक़ा था। इस समय कार्तिक वकालत की तैयारी कर रहा था। पिछले कई दिनों से विजिलेंस जांच के कारण परेशान था।
पोपली के घर से मिले थे कारतूस:
जानकारी के मुताबिक संजय पोपली की गिरफ्तारी के बाद विजिलेंस ने उनके चंडीगढ़ के सेक्टर 11 स्थित इसी घर की तलाशी ली थी। वहां से 73 कारतूस मिले। इनमें 7.65रूरू के 41, .32 बोर के 2 और .22 बोर के 30 कारतूस भी शामिल हैं। जिस वजह से पोपली पर आर्म्स एक्ट का केस दर्ज किया गया था।