चंडीगढ़,(मयंक मिश्रा) : शहर के गांव सारंगपुर में चल रहे नव चेतना जागरण 24 कुण्डी गायत्री महायज्ञ के आज तीसरे दिन प्रातः यज्ञ की प्रक्रिया युगतीर्थ शांतिकुंज हरिद्वार से आए प्रतिनिधि के रूप में टोली नायक पंडित सुखदेव शर्मा के योग्य निर्देशन में प्रारंभ हुई। रविवार की छुट्टी के कारण यज्ञ में आहुतियां देने के लिए लोग बहुत भरी संख्या में पहुंचे। आयोजकों द्वारा किए गए प्रयाप्त प्रबंध के फलस्वरूप ही यज्ञ का संचालन उचित रूप से संपन्न हो पाया।
लगभग 400 परिजनों ने 24 कुंडों पर परिवारों और मित्रों सहित गायत्री मंत्रों से आहुतियां दीं। मंच से यज्ञ का संचालन करते हुए पंडित सुखदेव शर्मा ने बताया कि सामूहिक यज्ञ व्यक्ति निर्माण; परिवार निर्माण और समाज निर्माण के लिए अति आवश्यक है इसी से व्यक्ति, परिवार और समाज का कल्याण हो सकता है। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक शुद्धि के लिए यज्ञों के साथ साथ वृक्षारोपण तथा पर्यावरण संवर्धन बहुत लाभकारी है। अपने जीवन में कम से कम एक फलदार या औषधीय पौधा जरूर लगाना चाहिए। गायत्री परिवार समन्वय समिति के प्रमुख श्री प्रकाश चंद शर्मा जी ने बताया कि अन्य संस्कारों के अलावा पुंसवन संस्कार भी कराया गया।
उपस्थित यज्ञ कर्ताओं के लिए गायत्री परिवार ट्रस्ट चंडीगढ़ की ओर से सबके लिए भोजन की व्यवस्था की गई थी। भोजनोप्रांत सांयकालीन सत्र प्रारंभ हुआ। युगतीर्थ शांतिकुंज हरिद्वार से पधारे हुए मां गायत्री के समर्पित उपासकों ने गायत्री महिमा का भजन गुणगान करके सभी प्रभु प्रेमियों को मंत्रमुग्ध कर दिया। उपस्थित भाइयों बहनों ने 1108 दीपक प्रज्वलित करके गायत्री मंत्र की भावात्मक आहुतियां दीं। दीप यज्ञ में दीपकों की रोशनी ने बहुत आकर्षक और अद्भुत दृश्य उत्पन्न किया। चंडीगढ़ समन्वय समिति के प्रमुख प्रकाश चंद शर्मा ने बताया कि कल यानि सोमवार दिनांक 5 दिसंबर को इस 24 कुण्डी गायत्री महायज्ञ का समापन है और शांतिकुंज से पधारे विशेष प्रतिनिधियों की बिदाई है।