बेंगलुरु: कर्नाटक में लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार अभियान को गति देने के उद्देश्य से मंगलवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जनता दल (सेक्युलर) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राज्य इकाई के नेताओं के साथ संयुक्त बैठक की। इस बैठक को भाजपा और जद(एस) द्वारा जमीनी स्तर पर बेहतर समन्वय स्थापित करने और टकराव के संभावित मुद्दों के समाधान के कदम के तौर पर देखा जा रहा है। बैठक में दोनों दलों के कई प्रमुख नेता मौजूद रहे, जिनमें जद (एस) नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री एच.डी. कुमारस्वामी, इसके पमुख जी.टी. देवेगौड़ा, भाजपा नेता बी.एस येदियुरप्पा, उनके बेटे एवं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बी वाई विजयेन्द्र और कर्नाटक के लिए भाजपा के चुनाव प्रभारी राधा मोहन दास अग्रवाल हैं। कुमारस्वामी ने सोमवार को कहा था कि वह अपनी पार्टी के सहयोगियों के साथ शाह को लोकसभा चुनाव से पहले कर्नाटक के विभिन्न निर्वाचन क्षेत्रों में चुनाव की स्थिति से अवगत कराएंगे और सुझाव देंगे। उन्होंने कहा, सभी विधानसभा क्षेत्रों में तैयारियां जोरों पर हैं। हम नहीं चाहते कि छोटे-मोटे मुद्दों के कारण दोनों पक्षों में कोई टकराव पैदा हो और हमारा मकसद है कि अपने लक्ष्य तक पहुंचने में छोटी सी भी चूक न हो। इसीलिए हम उनसे सभी मुद्दों पर चर्चा करेंगे।’’ लोकसभा चुनाव के लिए सीट-बंटवारे को लेकर बनी सहमति के अनुसार, राज्य में भाजपा 25 निर्वाचन क्षेत्रों में और जद (एस) शेष तीन निर्वाचन क्षेत्रों में चुनाव लड़ेंगे। बाद में, शाह का यहां पैलेस ग्राउंड में बेंगलुरु उत्तर, बेंगलुरु मध्य, बेंगलुरु दक्षिण, बेंगलुरु ग्रामीण और चिक्कबल्लापुर क्षेत्रों के ‘शक्ति केंद्र’ (तीन से पांच बूथों का एक समूह) नेताओं और कार्यकर्ताओं को संबोधित करने का कार्यक्रम है।