चंडीगढ़ : चंडीगढ़ महिला कांग्रेस की महासचिव ज्योति हंस ने आज अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने पिछले 11 साल से पार्टी में सक्रिय कार्यकर्ता और विभिन्न पदों पर कार्य किया आज कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्य से इस्तीफा दिल्ली भेज दिया है। कांग्रेस से नाराजगी जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि जब से लक्की प्रधान बने हैं तब से पार्टी में महिलाओं की कोई भी सुरक्षा और सम्मान नहीं है। इतना कुछ कांग्रेस कार्यालय में होता रहा लेकिन आज जब महिला ने आवाज उठाई तो महिला कांग्रेस की अध्यक्ष दीपा दुबे को ही पद से हटा दिया। यह चंडीगढ़ कांग्रेस के अध्यक्ष लक्की की असफलता का कारण है उनकी सरपरस्ती में कांग्रेस खंड खंड हों रही है। मुझे चंडीगढ़ कांग्रेस के अध्यक्ष के उपर शक है कि राजनीतिक विपक्षी पार्टियों से मिली भगत और अपने निजी स्वार्थ के लिए कांग्रेस को तहस-नहस कर रहे हैं। लक्की भूल गए हैं कि पार्टी के कार्यकर्ता ही पार्टी को चुनाव में विजय दिलवाते हैं जिस तरीके से नाराज कार्यकर्ताओं पर टिप्पणी दे रहे हैं उससे यह साफ होता है कि उनको पुराने कार्यकर्ताओं की कोई जरूरत नहीं है। ज्योति हंस ने आज अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मल्लिका अर्जुन खरगे को अपना इस्तीफा दिल्ली भेज दिया है। उन्होंने कहा कि जब चंडीगढ़ कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता पवन कुमार बंसल का अनादर कर सकते हैं और महिलाओं का सम्मान नहीं कर सकते हम तो 11 साल पुराने आम कार्यकर्ता है हमारी तो क्या ही इज्जत करेंगे। इसलिए आज मैं पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रही हूं।