- by Vinita Kohli
- Nov, 01, 2025 04:35
चंडीगढ़: पब्लिक अगेंस्ट एडल्टरेशन वेलफेयर एसोसिएशन (PAWA) ने देश भगत यूनिवर्सिटी (DBU) के साथ मिलकर चंडीगढ़ के सेक्टर-17 के मेन मार्केट में एक बड़ा कैंडल मार्च निकाला। यह मार्च लोगों को खाने की चीजों में बढ़ती मिलावट और अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड (UPF) के नुकसान के खिलाफ जागरूक करने के लिए निकाला गया।
जाने-माने लोगों ने हरी झंडी दिखाई
कैंडल मार्च की शुरुआत पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट के पूर्व जज जस्टिस जोरा सिंह और देश भगत यूनिवर्सिटी के प्रेसिडेंट डॉ. संदीप सिंह ने हरी झंडी दिखाकर की। इस मौके पर पंजाब की हेल्थ सर्विसेज की डिप्टी डायरेक्टर डॉ. सुरिंदर कौर, दोआबा ग्रुप के मनजीत सिंह, PUCA के चेयरमैन डॉ. अंशु कटारिया और कई रिटायर्ड IAS और ज्यूडिशियल ऑफिसर खास तौर पर मौजूद थे।
मिलावटी खाने से गंभीर बीमारियां हो रही हैं
मार्च के दौरान, बोलने वालों ने चिंता जताई कि मिलावट और जंक फूड की वजह से देश में कैंसर, मोटापा, दिल की बीमारियां, किडनी फेलियर और बच्चों में रुका हुआ विकास जैसी गंभीर समस्याएं बढ़ रही हैं। 'PAWA' के नेताओं ने सरकार से मांग की कि फूड सेफ्टी कानूनों को सख्ती से लागू किया जाए।
स्किट रहा आकर्षण का केंद्र
इवेंट के दौरान कॉलेज के स्टूडेंट्स द्वारा पेश किया गया 15 मिनट का नाटक (स्किट) आकर्षण का केंद्र रहा। इसके जरिए बहुत ही आसान तरीके से दिखाया गया कि कैसे मिलावटी खाना हमारी सेहत को अंदर से खराब कर रहा है। बाजार में मौजूद आम लोगों ने इस प्रेजेंटेशन की खूब तारीफ की।
समाज के हर वर्ग ने किया सपोर्ट
इस मार्च में 300 से ज्यादा स्टूडेंट्स, सीनियर सिटिजन और युवाओं ने हाथों में मोमबत्तियां पकड़कर सुरक्षित भारत का संकल्प लिया। देश भगत यूनिवर्सिटी और दोआबा ग्रुप ने ऐलान किया कि वे भविष्य में भी सेमिनार के जरिए स्टूडेंट्स को फूड हाइजीन के बारे में जागरूक करते रहेंगे। आखिर में, 'PAWA' के नेशनल जनरल सेक्रेटरी सुरजीत सिंह भटोआ और दूसरे पदाधिकारियों ने मीडिया और सपोर्ट करने वाली संस्थाओं को धन्यवाद दिया और इस कैंपेन को हर गांव तक ले जाने का वादा किया।