- by Vinita Kohli
- Nov, 01, 2025 09:17
चंडीगढ़: पंजाब में आज यानी बुधवार को ब्लॉक समिति और जिला परिषद चुनावों की मतगणना जारी है। इस काउंटिंग के जरिए राज्य की राजनीति की दिशा तय करने वाले अहम नतीजे सामने आएंगे। जिला परिषद की कुल 347 सीटों और ब्लॉक समिति की 2,838 सीटों के लिए विजेताओं का फैसला होना है। हालांकि खबर लिखे जाने तक जिला परिषद की किसी भी सीट का आधिकारिक परिणाम घोषित नहीं हुआ है, जबकि ब्लॉक समिति के नतीजे धीरे-धीरे सामने आ रहे हैं। अब तक के रुझानों में ब्लॉक समिति चुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP) का प्रदर्शन सबसे मजबूत नजर आ रहा है। पार्टी ने सबसे ज्यादा सीटों पर बढ़त बनाई है और कई जगहों पर जीत भी दर्ज कर ली है, जिससे ग्रामीण स्तर पर पार्टी की पकड़ मजबूत होती दिखाई दे रही है।
दौलतपुर जोन में आप ने की रीकांउटिंग की मांग
मतगणना के दौरान मोगा जिले की ब्लॉक समिति के दौलतपुर जोन में एक रोचक और तनावपूर्ण स्थिति देखने को मिली। यहां अकाली दल (बादल) के उम्मीदवार गुरदर्शन सिंह ने आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार को महज 9 वोटों के अंतर से हराया। इतने कम अंतर को देखते हुए AAP उम्मीदवार ने तुरंत रीकाउंटिंग की मांग की। इसके बाद जब वोटों की दोबारा गिनती की गई, तो परिणाम और चौंकाने वाला रहा—अकाली दल की जीत का अंतर 9 वोट से बढ़कर 34 वोट हो गया, जिससे अकाली दल की जीत पर मुहर लग गई। फिरोजपुर जिले से भी एक अहम राजनीतिक अपडेट सामने आया है। यहां पूर्व गैंगस्टर गुरप्रीत सेखों की पत्नी कुलजीत कौर सेखों जिला परिषद चुनाव में आगे चल रही हैं। उनकी बढ़त को लेकर राजनीतिक हलकों में खास चर्चा है, क्योंकि उनका नाम पहले से ही विवादों और चर्चाओं में रहा है।
इस बीच जलालाबाद में मतगणना को लेकर विवाद भी सामने आया। भाजपा, अकाली दल और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने फिरोजपुर-फाजिल्का हाईवे जाम कर दिया। प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं का आरोप है कि उनके चुनावी एजेंटों को काउंटिंग सेंटर में प्रवेश नहीं दिया जा रहा है और अंदर मतगणना में गड़बड़ी की जा रही है। हाईवे जाम होने से यातायात बाधित हुआ और मौके पर पुलिस बल तैनात करना पड़ा। कुल मिलाकर, पंजाब में ब्लॉक समिति और जिला परिषद चुनावों की मतगणना के दौरान जहां एक ओर नतीजे राजनीतिक समीकरणों को नया रूप दे रहे हैं, वहीं दूसरी ओर कुछ जगहों पर विवाद और तनाव की स्थिति भी बनी हुई है। प्रशासन हालात पर नजर बनाए हुए है और मतगणना प्रक्रिया को शांतिपूर्ण तरीके से पूरा कराने के प्रयास किए जा रहे हैं।