कुरुक्षेत्र: KKU के कंप्यूटर साइंस एंड एप्लीकेशन विभाग के शिक्षक एवं साप्ताहिक रिफ्रेशर कोर्स के कोऑर्डिनेटर डॉ. राकेश ने कहा कि आने वाले समय में विश्वविद्यालय की कार्यप्रणाली पूरी तरह से पेपरलेस होगी। इसलिए इस प्रक्रिया में भागीदारी करने के लिए हमें तकनीकी रूप से सक्षम होना होगा। ऑटोमेशन वर्तमान समय की मांग है जो कि कुशल प्रबंधन का आधार भी है। वे मंगलवार को विश्वविद्यालय में कार्यरत सहायकों के अंतिम बैच के लिए आयोजित रिफ्रेशर कोर्स के दूसरे दिन बतौर मुख्य वक्ता बोल रहे थे।
उन्होंने कहा आईयूएमएस पोर्टल के आने से कर्मचारियों की कार्यशैली में बदलाव होगा। आज विद्यार्थी घर बैठे ही दाखिला, परीक्षा फार्म, ट्रांसक्रिप्ट, डुप्लीकेट डीएमसी व डिग्री आदि के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकता है तथा भविष्य में डिग्री एवं डीएमसी भी ऑनलाइन मिल सकेगी।
कोर्स कोऑर्डिनेटर डॉ. राकेश ने बताया कि जब भी कोई नई तकनीक आती है तो वह पहले से बेहतर होती है। उन्होंने विश्वविद्यालय के आईयूएमएस पोर्टल के माध्यम से बताया कि इस पोर्टल पर डाटा विश्लेषण के द्वारा विद्यार्थी संख्या, पंजीकरण, परीक्षा फार्म, हॉस्टल फीस सहित अन्य महत्वपूर्ण जानकारी उपलब्ध है। वहीं ऑटोमेशन के द्वारा वैधता, समय की बचत के साथ कार्य बड़ी शीघ्रता से किया जा सकता है।
उन्होंने क्लाउड के विषय में कहा कि इसका डाटा दूर बैठकर भी प्रोसेस किया जा सकता है।
उन्होंने एक्सेल के बारे में जानकारी देते हुए डाटा को सोर्टिंग करने, मांग के अनुरूप फिल्टरिंग करने व वैधता की जांच करने के लिए वेलिडेशन की उपयोगिता के बारे में बताया। इसके साथ ही कोर्स में एब्सुलेट व रिलेटिव एड्रेस के बारे में भी जानकारी साझा की गई। उन्होंने कहा कि तकनीक के दौर में डाटा सर्वर के नष्ट हो जाने पर दूसरे सर्वर पर डाटा अपने आप राइट हो जाता है। पुराने समय में जितना डाटा लाइब्रेरी में होता था उतना आज हर दिन पैदा होता है। उन्होंने कहा कि पहले भी होता था लेकिन उसका विश्लेषण नहीं होता था लेकिन वर्तमान में डाटा विश्लेषण करने के लिए ऑटोमेशन महत्वपूर्ण साधन है।
गौरतलब है कि विश्वविद्यालय में कार्यरत कर्मचारियों की कार्यकुशलता को बढ़ाने के मद्देनजर कुवि कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा के निर्देशानुसार मुख्य सचिव, हरियाणा सरकार के पत्रक्रमांक 31/01/2020-3 दिनांक 28.10.2021 के अनुसार सहायकों के लिए रिफ्रेशर कोर्स आयोजित किया जा रहा है। इस रिफ्रेशर कोर्स के सफल आयोजन में डॉ. सचिन लालर, स्थापना शाखा के सहायक मनदीप शर्मा व लिपिक वर्षा ने सहयोग किया।