पंचकूला: शिवालिक एरिया किसान संघर्ष समिति के पदाधिकारियों की बैठक रविवार को संयोजक वीके सूद की अध्यक्षता में हुई। बैठक में निर्णय लिया गया कि इस सप्ताह मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से मिलने का समय लेकर लोकसभा चुनाव के बाद शामलात जमीनों का मालिकाना हक देने के लिए विधानसभा सत्र का विशेष सत्र बुलाने की मांग की जाएगी। शिवालिक एरिया किसान संघर्ष समिति ने घोषणा की है कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होती, तब तक शांतिपूर्ण तरीके से अपनी मांग को सरकार के समक्ष उठाते रहेंगे। वीके सूद ने बताया कि शामलात जमीनों का मालिकाना हक देने के संबंध में पंजाब एवं हरियाणा हाइकोर्ट द्वारा दिए गए निर्णय से किसानों एवं जमींदारों को उनका हक मिल जाएगा। बैठक में प्रधान राम दीया सिंह माणकटाबरा रुड़की, उपप्रधान बलदेव सिंह, महासचिव भारत भूषण रिहौड़, वित्तसचिव शीशराम तापड़िया, सचिव भाग सिंह, वीरेंद्र सिंह भाऊ, कश्मीर सैनी, रविंदर बतौड़, नरेंद्र शर्मा, संजय चौहान, जसपाल राणा, बंभूल सिंह राणा, बलविंदर चौधरी, बंसी लाल उपस्थित रहे। वीके सूद ने बताया कि शामलात जमीनें किसानों एवं जमींदारों की थी। किसानों ने यह जमीनों को पंचायतों को दी थी, जिन्हें शामलात देह कहा जाने लगा। इन जमीनों का मालिकाना हक लेने के लिए एक याचिका पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में लगाई गई थी, जिसका निर्णय किसानों एवं जमींदारों के पक्ष में आया है। वीके सूद ने बताया कि किसानों की एक बैठक माणक टाबरा में हुई, जिसमें इस संबंध में एक प्रस्ताव विधानसभा में पास करवाने के लिए आग्रह किया जाए, ताकि यह कानून बन जाए और वर्षों से अपनी जमीनों के लिए संघर्ष कर रहे किसानों को उनकी जमीन वापस मिल जाए।