- by Tanya Chand
- Jan, 03, 2025 10:09
लाइफस्टाइल, जगमार्ग न्यूज़ डेस्क: हर कोई नए साल की शुरुआत नई उम्मीद व आशाओं के साथ करता है ताकि पूरा साल अच्छे से जाए और ढेर सारी खुशियां मिले। भले ही नए साल की शुरुआत हो गई है, लेकिन मां-बाप को अपने बच्चे के प्रति चिंता बनी रहती है। मां-बाप को अपनी आंखों में अपने बच्चों के लिए कई सपने सजाकर रखे होते हैं जिन्हें वो नए साल में पूरा होते हुए देखना चाहते हैं। हालांकि, इसके लिए आपको अपनी भी ओर से कुछ कोशिश करनी होगी। आज हम आपको नए साल की शुरुआत के लिए पांच बड़े स्किल्स बताएंगे, जिसे सीखकर आपके बच्चे को सफल बनाने में मदद करेगा। आइए फिर आपको उन स्किल्स के बारे में बताते हैं।
बच्चों को सिखाएं यह पांच बड़े स्किल्स
इमोशनल इंटेलिजेंस- बच्चों के पर्सनल और प्रोफेशनल विकास के लिए यह जरूरी है कि उन्हें समझ आए कि उन्हें किस तरह से अपनी भावनाओं को समझना है और व्यक्त करना है। बच्चे को सहानुभूति रखना, अपनी भावनाओं के बारे में जानना और अपने मतभेदों को सुलझाना सिखाएं। इससे उसे ज्यादा अच्छे से काम करने में मदद मिलेगी।
डिजिटल लिटरेसी- इस बात में कोई शक नहीं है कि सब कुछ डिजिटल हो चुका है। पैसे ट्रांसफर करने से लेकर आपकी सेफ्टी तक, हर चीज डिजिटल हो चुकी है। आपको इस साल अपने बच्चों को डिजिटल लिटरेसी सिखानी है। वैसे तो वह सबकुछ जानते हैं, लेकिन इससे आप उसे डिजिटल वर्ल्ड में आने वाले बूम के लिए तैयार कर सकते हैं।
क्रिटिकल थिंकिंग- आज एआई के जमाने में क्रिटिकल थिंकिंग एक अहम स्किल हो गया है। आपको इस एआई वर्ल्ड के लिए अपने बच्चे को तैयार करना है। बच्चे को परिस्थिति का आंकलन करने के बाद सही फैसले लेने के लिए प्रोत्साहित करें। किसी भी फील्ड में चुनौतियों का सामना करने में इस स्किल की जरूरत पड़ेगी।
फाइनेंशियल लिटरेसी- पहले की तुलना में आज के समय में फाइनेंशियल लिटरेसी जरूरी और आसान हो गई है। बच्चों को पैसों की कीमत बताने के साथ-साथ उन्हें निवेश करने के अलग-अलग तरीकों के बारे में भी बताएं। हालांकि आप सोच रहे होंगे कि अभी से फाइनेंशियल लिटरेसी, यकीन मानिए भविष्य में बेहद काम आएगी।
कम्युनिकेशन स्किल्स- आप बोलकर और लिखकर अपनी बात कह सकें - यह कौशल होना बहुत जरूरी होता है। इसकी जीवन के हर क्षेत्र में जरूरत पड़ती है। बच्चे को सीखना चाहिए कि वो किस तरह से अपने विचारों को पूरे आत्मविश्वास के साथ रख सकता है, दूसरों की बातों को सुन सकता है और अपनी ऑडियंस एवं मीडियम के हिसाब से उसे किस तरह से बात करनी चाहिए।