- by Vinita Kohli
- Nov, 01, 2025 05:25
पंचकूला: हरियाणा विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान कालका विधायक शक्तिरानी शर्मा ने अपने विधानसभा क्षेत्र से जुड़ी जनहित की अनेक महत्वपूर्ण समस्याओं और विकासात्मक माँगों को प्रभावशाली ढंग से सदन के समक्ष रखा। उन्होंने कहा कि कालका, पिंजौर, मोरनी, रायपुररानी और ग्रामीण क्षेत्रों के समग्र विकास के लिए इन विषयों पर शीघ्र सकारात्मक निर्णय लिया जाना आवश्यक है। विधायक शक्तिरानी शर्मा ने पिंजौर स्थित हरियाणा के एकमात्र पायलट प्रशिक्षण केंद्र का मुद्दा उठाते हुए कहा कि प्रशिक्षण शुल्क अधिक होने के कारण कई योग्य और इच्छुक युवा प्रशिक्षण प्राप्त नहीं कर पाते। यदि शुल्क को यथासंभव कम किया जाए और केंद्र का विस्तार किया जाए, तो अधिक संख्या में युवा प्रशिक्षित होकर पायलट सेवाओं में योगदान दे सकेंगे। इससे पायलटों की कमी दूर होने के साथ-साथ प्रदेश में उच्च-कौशल आधारित रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।
उन्होंने पिंजौर शहर स्थित कृषि उपमंडल कार्यालय भवन की जर्जर स्थिति की ओर भी सरकार का ध्यान आकर्षित किया और इसके शीघ्र पुनर्निर्माण की माँग रखी, जिससे किसानों को बेहतर सुविधाएँ मिल सकें और विभागीय कार्यों में किसी प्रकार की असुविधा न हो। वहीं मोरनी क्षेत्र से संबंधित विषयों को प्रमुखता से उठाते हुए विधायक ने कहा कि यहाँ स्थित व्यावसायिक होटल एवं कॉलोनियों का नियमितीकरण लंबे समय से लंबित है। यदि हिमाचल प्रदेश की तर्ज पर इन्हें रियायत देकर नियमित किया जाता है, तो स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा और सरकार के राजस्व में भी वृद्धि होगी। उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र में बने अनेक मकान पुराने समय के विस्थापितों के हैं, जिनका नियमितीकरण किया जाना आवश्यक है।
विधायक ने वर्षा ऋतु में मोरनी क्षेत्र की खस्ताहाल सड़कों का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा कि पहाड़ी चट्टानों के गिरने से सड़कें बार-बार अवरुद्ध हो जाती हैं, जिससे आवाजाही बाधित होती है और दुर्घटनाओं की आशंका बढ़ जाती है। यदि हिमाचल प्रदेश की तर्ज पर सुरक्षा दीवारों का निर्माण कराया जाए, तो सड़कों को क्षति से बचाया जा सकेगा और जन-सुरक्षा सुनिश्चित होगी।पर्यटन की दृष्टि से मोरनी क्षेत्र में पेट्रोल पंप की स्थापना को आवश्यक बताते हुए विधायक शक्तिरानी शर्मा ने कहा कि यहाँ आने वाले पर्यटकों को पेट्रोल और डीज़ल की भारी समस्या का सामना करना पड़ता है। ईंधन समाप्त होने की स्थिति में उन्हें काफी दूरी तय करनी पड़ती है, जिससे पर्यटकों और स्थानीय निवासियों दोनों को परेशानी होती है। यदि मोरनी क्षेत्र में पेट्रोल पंप की स्थापना की जाती है, तो इससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और स्थानीय लोगों को भी बड़ी सुविधा मिलेगी।
रायपुररानी को उपमंडल का दर्जा देने की माँग रखते हुए विधायक ने कहा कि वर्तमान में क्षेत्रवासियों को लाइसेंस एवं अन्य प्रशासनिक कार्यों के लिए पंचकूला जाना पड़ता है, जिससे लोगों को अनावश्यक परेशानियों का सामना करना पड़ता है। उपमंडल का दर्जा मिलने से रायपुररानी और मोरनी क्षेत्र के नागरिकों को प्रशासनिक सेवाएँ अपने ही क्षेत्र में उपलब्ध होंगी।ग्रामीण क्षेत्रों के विकास को गति देने के लिए विधायक ने स्टांप शुल्क में राहत की माँग भी रखी। उन्होंने कहा कि धर्मशाला, श्मशान घाट, गलियों और स्कूल भवनों जैसे विकास कार्यों के लिए लोग अपनी निजी भूमि पंचायत के नाम करने को तैयार रहते हैं, लेकिन स्टांप शुल्क बाधा बनता है। यदि इसमें छूट दी जाती है, तो भूमि से जुड़े विकास कार्य तेज़ी से पूरे हो सकेंगे।
खेल सुविधाओं पर बोलते हुए विधायक ने कहा कि पपलोहा स्टेडियम कालका विधानसभा क्षेत्र का एकमात्र स्टेडियम है, जहाँ कालका और पिंजौर क्षेत्र के खिलाड़ी प्रशिक्षण प्राप्त करते हैं। यदि इस स्टेडियम में एथलेटिक ट्रैक का निर्माण किया जाए और आधुनिक खेल उपकरण उपलब्ध कराए जाएँ, तो खिलाड़ियों को बेहतर प्रशिक्षण मिल सकेगा। उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र से पहले भी खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कार प्राप्त कर चुके हैं और भविष्य में बेहतर सुविधाओं से और अधिक प्रतिभाशाली खिलाड़ी सामने आएँगे। अंत में विधायक शक्तिरानी शर्मा ने कहा कि ये सभी माँगें क्षेत्र की जनता की वास्तविक ज़रूरतों से जुड़ी हैं और सरकार यदि इन पर सकारात्मक निर्णय लेती है, तो कालका,पिंजौर, मोरनी, रायपुररानी और ग्रामीण क्षेत्रों में विकास को नई गति मिलेगी।