- by Vinita Kohli
- Nov, 01, 2025 04:35
चंडीगढ़: यूटी पुलिस के साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन ने डिजिटल ठगी के एक गंभीर मामले में कार्रवाई करते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी 9 दिसंबर को दर्ज एफआईआर के तहत भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धाराओं 308(2), 318(4), 319(2), 336(3), 338, 340(2) और 61(2) के अंतर्गत की गई है।
पुलिस के अनुसार, आरोपी की पहचान अंकित गुप्ता (34 वर्षीय), इंदौर (मध्य प्रदेश) निवासी, के रूप में हुई है। मामले में शिकायतकर्ता, जो चंडीगढ़ का निवासी है, को खुद को टेलीकॉम अथॉरिटी ऑफ इंडिया, आईसीआईसीआई बैंक और विजिलेंस विभाग का अधिकारी बताने वाले अज्ञात लोगों के फोन आए। आरोपियों ने मनी लॉन्ड्रिंग के फर्जी मामले में “डिजिटल अरेस्ट” का डर दिखाया और तथाकथित “प्रायोरिटी इनोसेंस सर्टिफिकेट” दिलाने के नाम पर रकम ट्रांसफर करवाई। इस तरह शिकायतकर्ता से कुल 85 लाख रुपये की ठगी की गई।
इंदौर में छापा मारकर आरोपी को दबोचा
जांच में सामने आया कि 39 लाख और 11 लाख रुपये की दो बड़ी रकम बैंक ऑफ बड़ौदा के एक खाते में जमा हुईं, जो आरोपी के नाम पर थी। वरिष्ठ अधिकारियों की अनुमति के बाद इंदौर में छापा मारकर 20 दिसंबर को आरोपी को गिरफ्तार किया गया। उसके पास से संबंधित बैंक खाते की चेकबुक भी बरामद की गई है। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच जारी है और आगे की पूछताछ में डिजिटल उपकरणों की जांच, धन के लेन-देन की कड़ी और अन्य आरोपियों की भूमिका की पड़ताल की जाएगी।
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