सनातन धर्म में नवरात्रि का विशेष महात्म्य बताया गया है. मान्यता है कि इन दिनों मां दुर्गा की स्थापना-अर्चना के साथ ज्योतिष शास्त्र में निर्दिष्ट ये कार्य करें तो माँ भगवती की असीम कृपा से जीवन में खुशियों की बहार आ जायेंगी.हर व्यक्ति की ख्वाहिश होती है कि उसकी जिंदगी में गाड़ी, बंगला, नौकर-चाकर और बैंक बैलेंस जैसी तमाम सुविधाएं हों. अपनी चाहतों को पूरी करने के लिए वह कठिन परिश्रम भी करता है. लेकिन भाग्य का जब साथ नहीं मिलता तो उसकी सारी इच्छाएं अधूरी रह जाती हैं.
लेकिन निष्ठावान एवं परिश्रमी व्यक्ति को अगर भाग्य की देवी का भी साथ मिल जाये तो उसकी सारी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं. ज्योतिष शास्त्र में उल्लेखित है कि शारदीय नवरात्रि में माँ दुर्गा की पूजा-अनुष्ठान के साथ-साथ ये कार्य भी नौ दिनों तक किये जायें तो व्यक्ति की हर मनोकामनाएं पूरी होती हैं. गौरतलब है कि शारदीय नवरात्रि 7 अक्टूबर से शुरु होकर 14 अक्टूबर 2021 तक चलेगा. अगर आप जीवन में हर खुशियां हासिल करना चाहते हैं तो नवरात्रि के नौ दिनों तक ये कार्य अवश्य करें
* नवरात्रि के पहले दिन से नवें दिन तक निरंतर घर के मुख्य दरवाजे पर रंगोली सजायें. देवी के स्वागत के लिए यह बहुत आवश्यक है. रंगोली में काले रंग का प्रयोग नहीं करें. रंगोली बनाने का कार्य अगर कुंवारी कन्या करे तो ज्यादा प्रभावी होता है.
* रंगोली के बाद स्वास्तिक ऐसा शुभ चिह्न होता है, जो देवी के स्वागत का प्रतीक माना जाता है. यह स्वास्तिक दरवाजे के दाईं और बाईं दोनों ओर बनाएं. स्वास्तिक का यह निशान हल्दी या रोली से बनाना चाहिए.
* अगर आपका नौकरी अथवा व्यवसाय से संबंधित कोई कार्य किसी वजह से पूरा नहीं हो पा रहा है तो नवरात्रि के 9 दिनों तक माँ भगवती को एक लाल वस्त्र में पंचमेवा रखकर अर्पित करें. पूजा के पश्चात यह प्रसाद घर के सभी सदस्यों के साथ आप स्वयं भी ग्रहण करें. आपका रुका हुआ कार्य शीघ्र पूरा हो सकता है.
* नवरात्रि के नौ दिनों तक सुबह-सवेरे स्नान-ध्यान के पश्चात दुर्गा जी की पूजा-अर्चना के दरम्यान दुर्गा जी का यह शक्तिशाली मंत्र का कम से कम 108 बार जाप करने से जीवन के कष्ट दूर होते हैं औऱ माँ भगवती की कृपा से घर धन-धान्य से भर जाता है. दुर्गा जी का मंत्र है
‘ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे, ॐ पां पार्वती देव्यै नम:, ॐ पां पार्वती देव्यै नम:, ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं दुर्गा देव्यै नम:’
* किसी कारण से अगर घर में कलश स्थापना नहीं कर सके हैं तो प्रतिदिन स्नान के पश्चात दुर्गाजी के मंदिर में जाकर कलश की पूजा अवश्य करें.
* कोविड-19 में लॉक डाउन होने के कारण अगर इस वर्ष आप कन्या-पूजन नहीं करवा पा रहे हैं तो कोई बात नहीं. इसके विकल्प के रूप में कन्याओं को खाना खिलाने के बजाय उन्हें भेंट देकर उनका आशीर्वाद ग्रहण करें. भेंट में चुनरी, फल, श्रृंगार का सामान एवं कुछ मुद्रा आदि भेंट कर सकते हैं.
* घर में लक्ष्मी की कृपा सदा बनी रहे, इसके लिए नवरात्रि चांदी का स्वास्तिक, हाथी, श्रीयंत्र, मुकुट, कछुवा, कलश. कमल में से कोई एक चीज माँ भगवती को अर्पित करें. नवरात्रि के अंतिम दिन भगवती के प्रस्थान के पश्चात इसे गुलाबी वस्त्र में बांधकर घर की तिजोरी में रख दें.