चंडीगढ़ (सोनिया अटवाल) - गर्मी और मानसून के मौसम में स्किन एलर्जी के केस तेजी से बढ़ते हैं। स्किन की समस्या से सिर्फ बड़े ही नहीं, ब्लकि आजकल बच्चों में भी ये मामले बहुत अधिक फैल रहे हैं। लेकिन अब पंजाब यूनिवर्सिटी के यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मास्युटिकल साइंसेस (यूआइपीएस) साइंटिस्ट ने स्किन एलर्जी के लिए खास जैल बनाई है। इस जैल की खासियत यह है कि यह सीधे शरीर के उस हिस्से पर काम करेगा जहां स्किन एलर्जी की समस्या से व्यक्ति परेशान है।
जानकारी के मुताबिक यूआइपीएस के सीनियर प्रोफेसर कम साइंटिस्ट और सीनियर रिसर्च स्कॉलर गजानंद शर्मा ने करीब चार वर्षों की कड़ी मेहनत के बाद फोलिट्रेक्स एलपी जैल तैयार की है। प्रो.कटारे ने बताया कि जल्द ही इस जैल को मार्केट में लांच कर दिया जाएगा। देश में तीन से चार फीसद लोग चमड़ी रोग (सोरायसिस) की समस्या से परेशान रहते हैं। मौसम में बदलाव होते ही स्किन एलर्जी के मामले कई गुणा बढ़ जाते हैं।
पीजीआइ में मरीजों पर किया ट्रायल रहा सफल:
मुंबई स्थित नामी फार्मा कंपनी ने फोलिट्रैक्स एलपी जैल को तैयार किया है। पीयू साइंटिस्ट को इसे बनाने के लिए करीब एक करोड़ की फंडिंग हुई है। पीजीआइ चंडीगढ़ सहित कई मेडिकल चिकित्सा इंस्टीट्यूट में स्किन जैल का ट्रायल किया गया, जिसके बाद इसे अब लोगों के लिए उपलब्ध करवाया जाएगा। जैल को दिन में दो बार लगाना होगा और 10 से 12 दिन में इसका असर दिखाई देगा, जोकि मरीज को लंबे समय तक राहत देगा। मार्केट में यह 280 से 300 रुपये में उपलब्ध होगी।
जैल का नहीं होगा कोई साइड इफेक्ट:
डा. ओपी कटारे के अनुसार स्किन एलर्जी एक तरह से कैंसर की तरह घातक है। इस बीमारी में स्किन के अंदर सैल काफी तेजी से ग्रोथ करते हैं। स्किन की लाइफ 30 दिन से अधिक होती है, लेकिन चमड़ी रोग में इसका साइकिल तीन से चार दिन में पूरा हो जाता है। शरीर में इचिंग (खूजली) होने से लोग हर वक्त परेशान रहते हैं, उनका काम में मन नहीं लगता। कई बार स्किन एलर्जी इतनी बढ़ जाती है कि खारिश करने पर रोगी को खून तक आने लगता है। स्किन एलर्जी में अधिकतर डाक्टर टेबलेट (गोली) देते हैं जिसका दिल, किडनी और शरीर के दूसरे हिस्सों पर काफी बुरा असर पड़ता है। पीयू साइंटिस्ट द्वारा तैयार जैल नैनो टेक्नोलॉजी से तैयार की गई है। जोकि सीधे घाव पर असर करेगी और इसका कोई साइड इफैक्ट भी नहीं होगा।
जैल बनाने वाले टॉप साइंटिस्ट की लिस्ट में शामिल
स्किन एलर्जी से छुटकारे को खास जैल बनाने वाले प्रो.ओपी कटारे दुनिया के टॉप दो फीसद साइंटिस्ट में शामिल हैं। इनके नाम 10 पेटेंट और 300 रिसर्च पेपर इनके नाम हैं। जोड़ों के दर्द,सोरायसिस पर काफी अच्छी काम किया है। उधर दवा बनाने में सहयोग करने वाले यूआइपीएस पीयू के सीनियर रिसर्च स्कॉलर गजानंद शर्मा के 100 से अधिक इंटनरेशनल स्तर पर शोधपत्र प्रकाशित हैं। प्रो.कटारे की देखरेख में गजानंद भी कई बड़े प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं। स्किन एलर्जी से परेशान लोगों के लिए यह खास जैल बहुत फायदेमंद साबित होगी। इसका शरीर के दूसरे पार्ट पर कोई साइड इफैक्ट नहीं होगा। ट्रायल में इसके काफी अच्छे रिजल्ट मिले हैं।